इस तरह की सिरीज में यह लुका का पहला गोल्ड मेडल है. टिंटू के इस गोल्ड से इंडियन एथलेटिक्स ने भी राहत की सांस ली है, जो अपनी कई दिग्गज एथलीट्स के डोपिंग में पॉजिटिव पाए जाने से निराश था.
इंडिया के एक अन्य एथलीट घमंडा राम मेन 800 मीटर रेस में पांचवें स्थान पर रहे. उन्होंने एक मिनट 47.25 सेकेंड का समय निकाला. ब्रिटेन के मुख्तार मोहम्मद ने एक मिनट 45.90 सेकेंड के साथ इस इवेंट का गोल्ड मेडल जीता.
नेशनल रिकॉर्ड से रहीं दूर
लास्ट मंथ जापान के कोबे में एशियन चैंपियनशिप में ब्रांज जीतने वाली टिंटु ने दो मिनट 02.58 सेकेंड का समय निकालकर सोने का तमगा जीता. हालांकि उनका यह समय उनके नेशनल रिकॉर्ड एक मिनट 59.17 सेकेंड अधिक है. टिंटु पिछले साल सीडब्लूजी में दो मिनट 01.25 सेकेंड का समय निकाल पहले ही वल्र्ड चैंपियनशिप ‘बी’ स्टैंडर्ड पार कर चुकी हैं. लिथुवानिया की इजेज बालसियान्ती ने दो मिनट 02.72 सेकेंड के साथ सिल्वर, जबकि कनाडा की मेलिसा ने दो मिनट 02.80 सेकेंड का समय लेकर ब्रांज मेडल जीता. कार्लस्टैड ग्रैैंप्रि. उन चार रेस में से पहली है, जिनमें टिंटु वल्र्ड चैंपियनशिप से पहले भाग लेंगी. वल्र्ड चैंपियनशिप 27 अगस्त से चार सितंबर तक होगी. टिंटु अब हॉलैंड जाएंगी, चहां वह छह अगस्त को एम्सटर्डम में रेस में भाग लेंगी. इसके बाद 11 अगस्त को कोपेनहेगेन और 13 अगस्त को ब्रसेल्स में होने वाली रेस में शिरकत करेंगी.
पीटी ऊषा ने दी training
लुका केरल से बिलांग करती हैं, लेकिन सिर्फ यही उनकी पहचान नहीं है. दरअसल उन्हें उडऩपरी पीटी ऊषा ने ट्रेन्ड किया है. टिंटू ने 2010 में क्रोशिया के कांटिनेंटल कप के दौरान 800 मीटर रेस को 1 मिनट 59.17 सेकेंड्स में पूरा करके फॉर्मर इंडियन एथलीट शाइनी विल्सन का 15 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था, जिसके बाद पीटी ऊषा ने इस 21 साल की एथलीट से ओलंपिक में गोल्ड जीतने का भरोसा जताया था.
Performance at international level
Medal Event Year
Silver Asian Jr. Athletics 2008
Bronze Asian Games 2010
Gold Karlstad GP 2011