पाकिस्तान के लाहौर शहर में हवेली लक्खा मोहल्ले का निवासी 'ताहिर ज़मान' सालों से सड़क किनारे ठेले पर फल बेचने का काम करता है। गायिकी के शौकीन ताहिर को कोई गुरु भले ही न मिला हो लेकिन एक से बढ़कर एक कठिन गानों और गजलों को वो इतनी आसानी से गा लेता है कि उसे सुनकर आप झूम उठेंगे। कुछ महीने पहले ताहिर को पाकिस्तान क्या लाहौर शहर वाले भी नहीं जानते थे। तभी ताहिर के एक कस्टमर ने उसे इंडियन सिंगर अरिजीत सिंह का गीत 'बातें ये कभी ना तू भूलना' गाते हुए मोबाइल पर रिकॉर्ड कर उसे यू ट्यूब पर अपलोड कर दिया। बॉलीवुड फिल्म खामोशियां का यह गीत इंडिया में जितना हिट नहीं हुआ होगा ताहिर का यह गाना उससे ज्यादा हिट और वायरल हो गया।
ऑल पाकिस्तान ड्रामा पेज पर डाले गए ताहिर के इस सॉंग को कुछ ही रोज में 10 लाख से ज्यादा बार देखा गया। बाद में इस वीडियो के साथ साथ ताहिर के गाए कई गानें सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। ताहिर की बढ़ती प्रसिद्धि कई चैनलों तक पहुंच गई। सबसे पहले पाकिस्तानी टीवी चैनल 'दुनिया न्यूज' ताहिर को अपने स्टूडियो में इनवाइट किया। चैनल पर ताहिर का इंटरव्यू और गाए हुए गाने दिखाने के बाद तो अब ताहिर के पास मीडिया वालों की भीड़ सी लग गई। BBC से लेकर कई पाक चैनलों ने ताहिर के ऊपर स्टोरीज कीं।
ठेले पर फल बेचकर करीब 12 हजार रुपए महीना कमाने वाले ताहिर को अभी भले ही संगीत का कोई उस्ताद नहीं मिला है लेकिन वो चाहते हैं कि उन्हें कोई ऐसा गुरु मिले जो उनकी गायकी के हुनर को नई बुलंदियों तक पहुंचाए। गुलाम अली खान को अपना आदर्श मानने वाले ताहिर ज़मान पाकिस्तान सहित पूरी दुनिया में अपने फन के लिए मशहूर हो चुके हैं और अब वो अपनी किस्मत बदलने का इंतजार कर रहे हैं।
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