कानपुर। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर प्रोग्राम टेक्नोलॉजी की दुनिया में कितने क्रांतिकारी बदलाव कर सकते हैं। ये वाकई हमारी सोच से परे हैं। सीनेट डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक किसी वीडियो में फेस स्वैपिंग द्वारा दूसरे व्यक्ति को दिखा देना वाकई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम का ही एक चौकानेवाले और खतरनाक उदाहरण है और बता दें कि ऐसा संभव हो चुका है।
किसी की भी बॉडी पर फिट किए जा सकते हैं फेमस डांसर के डांस स्टेप
इसी कड़ी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम द्वारा बनाए गए 'Deepfakes' वीडियोज में डांसिंग से जुड़ी एक नई क्लिप सामने आई है। जिसमें किसी एक डांसर के शानदार डांसिंग स्टेप्स को किसी दूसरे व्यक्ति की बॉडी पर अप्लाई कर दिया गया है। यानि कि इस AI तकनीक में पर्दे के पीछे कोई प्रोफेशनल डांसर धांसू डांस मूव्स दिखा रहा हो और स्क्रीन या टीवी पर लोगों को कोई भी आम इंसान बिल्कुल वही स्टेप्स करता हुआ नजर आएगा लेकिन सच्चाई यह है कि पर्दे पर दिख रहे व्यक्ति को साधारण डांस करना भी नहीं आता। इस तकनीक में सोर्स डांसिंग स्टेप्स को टारगेट व्यक्ति की स्थिर बॉडी इमेज पर कॉपी पेस्ट सा कर दिया गया है।
'मोशन ट्रांसफर' द्वारा कोई भी कर सकता है सेलेना गोम्स या जस्टिन बीबर जैसा डांस
द वर्ज ने अपनी रिपोर्ट में बताया है, कैलीफोर्निया यूनीवर्सिटी बार्कले में 4 लोगों की एक रिसर्च टीम ने इस नई AI तकनीक को विकसित किया है। जिसका एक रिसर्च पेपर हाल ही में arxiv.org वेबसाइट पर पब्लिश किया गया है। इसके साथ ही संबंधित तकनीक का डेमो दिखाता एक यूट्यूब वीडियो भी जारी किया गया है। इस प्रोग्राम में एक प्रोफेशनल डांस रिकॉर्डिंग के सोर्स वीडियो को किसी दूसरे सीधे खड़े व्यक्ति के टारगेट वीडियो पर अप्लाई कर दिया जाता है। जिससे वह व्यक्ति वीडियो में मौजूद डांसर की तरह डांस स्टेप करता नजर आता है। इस तकनीक को 'मोशन ट्रांसफर' AI तकनीक का नाम दिया गया है।
120 फ्रेम प्रति सेकेंड वाले वीडियो से कॉपी होते हैं डांसिंग स्टेप्स
हालांकि बता दें कि सोर्स वीडियो के डांस स्टेप्स को टारगेट व्यक्ति पर अप्लाई करने के लिए खास फॉरमेट वाले वीडियो की जरूरत पड़ती है। रिसर्च टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया है, 120 फ्रेम प्रति सेकंड वाले 20 मिनट लंबे डांसिंग वीडियो के आधार पर किसी भी दूसरे व्यक्ति के फिगर पर डांसिंग स्टेप्स कॉपी किए जा सकते हैं। जिसमें एक डांसर के सभी स्टेप्स लगभग उसी गति के साथ दूसरे सीधे खड़े इंसान के शरीर पर अप्लाई हो जाते हैं। इस तकनीक से बने फाइन वीडियो को देखकर लोगों को शायद पता भी नहीं चलेगा कि वास्तव में डांस कौन कर रहा है।
भविष्य में स्मार्टफोन पर भी आ सकती है ऐसी सुविधा!
द वर्ज ने बताया है कि डांसिंग स्टेप्स को एक इंसान से दूसरे इंसान पर कॉपी पेस्ट कराने वाला यह प्रोग्राम और उसका इस्तेमाल सुनने में जितना आसान लगता है, वास्तव में ऐसा है नहीं। इसे बनाने में जबरदस्त इंजीनियरिंग और कोडिंग का इस्तेमाल किया गया है। रिसर्च टीम ने अपने इस मोशन ट्रांसफर प्रोग्राम का डिस्प्ले करते हुए एक YouTube वीडियो भी जारी किया है। जिसमें डांसिंग स्टेप्स कॉपी पेस्ट साफ तौर पर देखा जा सकता है। हालांकि ऐसा करते वक्त यह बहुत जरूरी है कि सोर्स और टारगेट वीडियो में मौजूद व्यक्तियों ने चुस्त कपड़े पहने हों, ताकि डांसिंग स्टेप्स डिस्प्ले में साफ और बेहतर नजर आएं। हालांकि डांस स्टेप्स को कॉपी करने वाला यह प्रोग्राम अभी डेवलपमेंट के दौर में ही है। फिर भी उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में ऐसी मोबाइल ऐप्स आ जाएं, जिनके द्वारा कोई भी व्यक्ति बिना डांस सीखे स्क्रीन पर धासू डांस करके लोगों को चौंका दे।
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