लोग पहुंचते हैं यहां के चप्पे-चप्पे में चीख रहे डर को महसूस करने के लिए। आप जैसे ही यहां पहुंचोगे तो आपको पेड़ों से लटकती हजारों खौफनाक डॉल्स नजर आएंगी। पहली ही नजर में ये डॉल्स आपके मन में खौफ बठाने के लिए काफी होंगी।
बता दें कि आप यहां मैक्सिको शहर से करीब 2 घंटे नहर के रास्ते से निकलने के बाद पहुंचेंगे। इस जगह के लिए एक बहुत पुरानी कहानी फेमस है। बताते हैं कि सालों पहले यहां एक बच्ची डूबकर मर गई थी। इसी बच्ची की आत्मा आज भी यहां भटकती है।
ऐसे में यहां ऐसा माना जाता है कि पेड़ पर गुड़िया बांधकर उसकी आत्मा को दूर किया जाता है। पहली बार यहीं के रहने वाले Julian Santana Barrera ने ये टोटका अपनाया था। इस बारे में Barrera बताते हैं कि आज भी उनको उस बच्ची की चीख सुनाई देती है। बताया जाता है कि ये आवाज अक्सर जंगलों से आती है।
इसके बाद Barrera इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात बताते हैं। वह कहते हैं कि आज से 14 साल पहले वो भी पानी में डूबते-डूबते बचे थे। ये वही जगह थी, जिसके आसपास ये डॉल्स लटक रही थीं।
इस कहानी को सुनने के बाद लोगों में इस जगह को देखने की क्यूरियोसिटी बढ़ी। लोगों की इस उत्सुक्ता को देखते हुए Barrera की फैमिली ने इस जगह को आम लोगों के लिए खोल दिया है।
वैसे उसके बाद 1987 में UNESCO ने इस जगह को विरासत स्थल घोषित कर दिया है। जगह को और ज्यादा वास्तविक दिखाने में यहां की गुड़ियों ने भी जैसे उसका साथ दिया है। सालों से यहां टंगी ये गुड़ियां ऐसी गंदी हो चुकी हैं कि ये देखने में डरावनी लगने लगी हैं।
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