साइंटिस्ट्स ने ऐसे नए ड्रोन विकसित किए हैं जो पौधरोपण के अनुकूल जगहों की पहचान करेंगे और हर साल एक अरब पौधे लगाने के लिए बीजों की बुआई कर सकते हैं। इससे वनों की कमी को दूर करने में मदद मिलेगी।
एबीसी न्यूज के अनुसार, ब्रिटिश कंपनी बायोकार्बन इंजीनियङ्क्षरग के शोधकर्ताओं की मदद से ड्रोन सिस्टम विकसित की गई है। क्या है ये तकनीक? यह प्रणाली जमीन की बारीकी से पड़ताल और पौधों को लगाने के लिए अनुकूल जगहों शोधकर्ताओं की मदद से ड्रोन सिस्टम विकसित की गई।
की पहचान कर सकती है। इसके बाद ड्रोन के जरिये अनुकूल जगहों की मिट्टी में अंकुरित बीजों की बुआई की जा सकती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, नए ड्रोन के जरिये उन खड़ी ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में भी पौधरोपण किया जा सकता है जहां पहुंचना लगभग असंभव होता है। पौधे लगाने के लिए संभावित जगहों की पहचान को ड्रोन के उपयोग से इलाके का मानचित्र तैयार किया जाता है।संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, वनों की कटाई के चलते दुनिया में 17 फीसद कार्बन का उत्सर्जन होता है।
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यह आंकड़ा परिवहन क्षेत्र से उत्सर्जन से भी कहीं ज्यादा है। 15 अरब पेड़ों की कटाई शोधकर्ताओं के अनुसार, धरती से हर साल 15 अरब पेड़ कम हो जाते हैं। ज्यादातर पेड़ों की कटाई दुनिया की बढ़ती आबादी के लिए अन्न पैदा करने को खेत लायक जमीन बनाने को की जाती है। वनों की तेज होती कटाई से जलवायु परिवर्तन की स्थिति और खराब हो सकती है।
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