अब तक अविजित फ्लायड मेवेदर क्या कभी हारेंगे और कैसी है उनकी जिंदगी उनसे हार कर भी खुद को हारा क्यो नहीं मानते मैनी पैक्वे और कौन और हैं जो उनसे टकराने का हौंसला रखते हैं.
जाने मेवेदर को
फेमस अमेरिकी बॉक्सर मेवेदर कभी हारते नहीं हैं. वे पांच श्रेणियों में विश्व चैंपियन हैं. मेवेदर की सालाना कमाई 6500 करोड़ रुपये की है इसके साथ ही फोर्ब्स सूची में भी वे अव्वल हैं. मेवेदर ने सारा पैसा खिताब जीतकर कमाया, विज्ञापन से नहीं. वे बीते दो साल से दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले एथलीट बने हुए हैं.
बचपन में मेवेदर बॉक्सर माइक टायसन के मुरीद थे और उनको ही देखकर सीखा करते थे. उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता. वह अमेरिका के मिशिगन में अपने चार भाई-बहनों के साथ एक कमरे में रहा करते थे. फिलीपींस के पैक्वे को हराकर वेल्टरवेट खिताब जीतने वाले मेवेदर का कहना है कि वे सितंबर में अपने करियर का आखिरी मैच खेलेंगे और मैं 49-0 के साथ संन्यास ले लेंगे.
किसी से कम नहीं हैं पैक्वे
मेवेदर के साथ फाइट को अच्छी लड़ाई मानने वाले पैक्वे को एक समय लग रहा था कि वे मैच जीत चुके हैं. उन्हें लगा कि मेवेदर जीतने का कोई प्रयास नहीं कर रहे थे और उनसे लगातार दूर जा रहे थे.
पैक्वे 14 साल की उम्र में पिता से झगड़ा करके घर से भागे थे. उन्होने सडक़ों पर डोनेट्स बेचे और इसके बाद में 16 साल की उम्र से मुक्केबाजी शुरू की.
पैक्वे एक एक्टर और सिंगर भी हैं. उनके दो एलबम बाजार में हैं. उन्होंने मेवेदर के साथ हुई फाइट पर एक गाना समर्पित किया था. पैक्वे फिलीपींस पार्लियामेंट में सांसद भी हैं. पैक्वे ने हार कर भी अभी मेवेदर से हार नहीं मानी है.
आमिर खान ने मेवेदर को दी चुनौती
ब्रिटेन के दो बार के पूर्व लाइट वेल्टरवेट वर्ल्ड चैंपियन आमिर खान ने कहा कि वह फ्लायड मेवेदर से भिडऩा चाहते हैं. उन्होंने रविवार को इस अमेरिकी और फिलीपींस के मैनी पैक्वे के बीच रिंग साइड पर से मुकाबला देखा. मेवेदर से दस साल छोटे 28 वर्षीय आमिर खान का मानना है कि वह अमेरिकी मुक्केबाज का आखिरी प्रतिद्वंद्वी बनने के सही हकदार हैं. पाकिस्तानी मूल के आमिर खान ब्रिटिश बॉक्सर हैं और लाइटवेट और वेल्टरवेट में उनका काफी नाम है. उन्होंने मेवेदर के मैनेजर लेन एलर्बे से बात की है. उन्होंने मैनी की टीम से भी बात की है. आमिर ने कहा कि वे अब ऐसी स्थिति में है कि दोनों में से किसी से भी मुकाबला कर सकते हैं लेकिन वे मेवेदर से लडऩा चाहते हैं. क्योंकि उनका मानना है कि वे उन्हें टक्कर दे सकते हैं.
इंडिया के विजेंद्र भी ठोकना चाहते हैं दावेदारी
भारतीय मुक्केबाजी के पोस्टरब्वॉय विजेंद्र सिंह ने रविवार को इच्छा जताई कि वह फ्लायड मेवेदर से मुकाबला करना चाहते हैं. बीजिंग ओलंपिक से पहले उन्होंने अच्छे प्रदर्शन का वादा किया था और भारत को इस खेल का पहला ओलंपिक पदक दिलाया. उसके बाद उन्होंने मिडिलवेट वर्ग (75 किलो) में दुनिया का नंबर एक मुक्केबाज बनने की ठानी और उसे पूरा कर दिखाया. एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक भी उनकी इच्छाओं में शामिल था और उन्होंेने 2010 में यह भी कर दिखाया. लेकिन मेवेदर से सामना करने के लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि वह अभी पेशेवर मुक्केबाज नहीं बने हैं. फिलहाल रियो ओलंपिक पर नजर लगाए विजेंद्र ने कहा कि वह मेवेदर के खिलाफ मुकाबला करने की इच्छा को लेकर गंभीर हैं. उन्होंने कहा, ‘अगर मौके मिले तो मैं मेवेदर से मुकाबला करना पसंद करूंगा. वह शानदार मुक्केबाज हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं उनके खिलाफ बुरा प्रदर्शन करूंगा.’
Hindi News from Sports News Desk
Interesting News inextlive from Interesting News Desk