लाला अमरनाथ
लाला अमरनाथ या नानिक अमरनाथ भारत के क्रिकेट के खिलाड़ी थे। उन्होने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की ओर से पहला शतक जमाया था। वे भारत के पहले आलराउंडर थे जिन्होंने बल्ले के अलावा गेंद से भी अपने विरोधियों की नाक में दम किया। उन्हें भारत सरकार द्वारा सन १९९१ में खेल के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।
विजय मर्चेंट
विजय मर्चेंट ने1929 से 1951 के बीच भारत के लिए 10 टेस्ट मैच खेले। उनका अंतरराष्ट्रीय करियर बहुत लंबा नहीं था फिर भी अपने करियर में वे दो बार भारत के इंग्लैंड के दो दौरों पर खेले और इसी दौरान उन्होंने आठ सौ रन बना डाले। उनका घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन रहा जिसमें उन्होंने 71.65 के औसत से रन बनाये और ये क्रिकेट इतिहास दूसरा सर्वश्रेष्ठ कीर्तिमान है।
मंसूर अली ख़ान पटौदी
21 साल और 77 दिन की उम्र में मंसूर अली ख़ान पटौदी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बनाए गए। कई वर्षों तक दुनिया के सबसे कम उम्र के कप्तान रहे बाद में वेस्ट इंडीज के ततेन्दा तैबु ने मई 2004 में इस रिकॉर्ड को तोड़ा। पटौदी ने 16 साल की उम्र में अपना फर्स्टक्लास क्रिकेट डेब्यु किया था। एक कार एक्सीडेंट में अपनी बांयी आंख में कांच लगने के छह महीने बाद ही उन्होंने अपने करियर के खत्म होने की भविष्यवाणी को खारिज करके क्रिकेट जगत में वापसी कर ली थी और जबरदस्त प्लेयर के रूप में उभरे।
विजय हजारे
विजय हजारे ने 1951 से 1953 के मध्य भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे। उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को टेस्ट-क्रिकेट में पहली जीत दिलाई। सन् 1960 में उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित किया।
वीनू मंकड़
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में आज भी वीनू मंकड़ आज भी क्रिकेटर पंकज रॉय के साथ 1956 में की गयी रिकॉर्ड 413 रन की ओपनिंग साझेदारी के लिए याद किया जाता है। 52 सालों तक इस रिकॉर्ड को कोई नहीं तोड़ सका। वीनू उन चंद क्रिकेटर्स में से हैं जिन्होंने पहले से लेकर आखिरी तक हर नंबर पर बैटिंग की है। 1973 में उन्हें पद्य विभूषण से सम्मानित किया गया।
पॉली उमरीगर
पॉली उमरीगर भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी थे। उन्होंने बॉम्बे क्रिकेट टीम के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला एवं भारतीय क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट लिए खेले। भारत की ओर से पहले दोहरा शतक बनाने वाले उमरीगर ने आठ टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी भी की। उन्हें वर्ष 1962 में भारत सरकार ने पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया।
बिशन सिंह बेदी
बिशन सिंह बेदी पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मुख्यतः बाएं हाथ के परंपरागत गेंदबाज़ थे। उन्होंने भारत के लिए 1966 से 1979 तक टेस्ट क्रिकेट खेला है। वे फेमस भारतीय स्पिन चौकड़ी का हिस्सा भी थे। उन्होंने 22 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है। बेदी को हमेशा एक रंगीन पटका पहनने और बेबाक बयानों के लिए जाना जाता है। अपने 67 टैस्ट मैच के करियर में उन्होंने कुल 266 विकेट लिए।
ईरापल्ली प्रसन्ना
प्रसिद्ध भारतीय स्पिन की धमाकेदार चौकड़ी का हिस्सा इरापल्ली प्रसन्ना ने चार टैस्ट में 25 विकेट लिए तथा भारत को प्रथम ओवरसीज जीत हासिल कराने में सफलता दिलाई । भारत ने 1967-68 में यह सीरीज न्यूजीलैंड के विरुद्ध जीती थी।
गुंडप्पा विश्वनाथ
गुंडप्पा विश्वनाथ एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं। उन्होंने 1967 में अपने पहले प्रथम श्रेणी मैच में 230 रन बनाए थे। उन्होंने 91 टेस्ट मैच में 9000 रन बनाये। जबकि उन्होंने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले जिसमें 1975 और 1989 के वर्ल्ड कप भी शामिल हैं।
दिलीप वेंगसरकर
दिलीप वेंगसरकर भारत के भूतपूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं। इन्होंने टेस्ट क्रिकेट और एक दिवसीय क्रिकेट दोनों में एक समान प्रसिद्धी हासिल की। कुछ वर्षों के लिये इन्होंने भारतीय क्रिकेट दल के कप्तान की भूमिका भी निभाई। वे 1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे हैं।
जवागल श्रीनाथ
जवागल श्रीनाथ एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने चार विश्व कप में भाग लिया है। उन्होंने क्रिकेट के दो प्रारूपों एकदिवसीय 319 और टेस्ट मैच 236 में कुल मिला कर 555 विकेट लिए हैं। वे 300 से ज्यादा विकेट लेने वाले भारत के एकमात्र तेज गेंदबाज हैं।
सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर ने विश्व क्रिकेट में 3 बार, एक वर्ष में एक हज़ार रन, 34 शतक, नौ हज़ार से अधिक रन, सर्वाधिक शतकीय भागेदारियाँ एवं प्रथम श्रृंखला में सर्वाधिक रन बनाये हैं। वे 100 कैंचों का कीर्तिमान भी इंग्लैंड में बना चुके हैं। सुनील गावस्कर को 1975 में 'अर्जुन पुरस्कार' और 1980 में 'विस्डेन' से सम्मानित किया चुका है। वे अपनी कप्तानी में भारत को एशिया कप और बेंसेज और हेजेस कप जिता चुके हैं।
कपिल देव
भारत को 1983 में पहली बार वर्ल्ड कप जिताने कपिल देव का पूरा नाम कपिल देव राम लाल निखज है। विस्डेन ने 2002 में उन्हें सदी का भारतीय क्रिकेटर चुना। कपिल ने 225 एक दिवसीय और 131 टेस्ट मैच खेले। एक दिवसीय क्रिकेट मे उन्होने 23.79 की औसत से 3783 रन बनाये तथा टेस्ट क्रिकेट मे उन्होने 31.05 की औसत से 5248 रन बनाये। तेज गेंदबाज के तौर पर उन्होने एक दिवसीय मेंचों में 253 और टेस्ट क्रिकेट मे 434 विकेट लिये हैं। 1983 के विश्व कप के सेमी फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गयी उनकी 175 रन की पारी हमेशा यादगार रहेगी।
मोहम्मद अजहरुद्दीन
मोहम्मद अजहरुद्दीन भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रहे थे। अजहरुद्दीन ने अपने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट कॅरियर की शुरुआत 1984-85 में इंग्लैंड के विरुद्ध की थी। उन्होंने 99 टेस्ट मैचों में 45.03 की औसत से कुल 6215 रन बनाए हैं। इसमें 199 रन उनका सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर रहा है। अजहरुद्दीन ने टेस्ट मैचों में 22 शतक एवं 21 अर्धशतक लगाए हैं। अजहर ने 334 एकदिवसीय मैचों की 308 पारियों में 54 बार नाबाद रहते हुए 36.92 की औसत से कुल 9378 रन बनाए हैं। इसमें नाबाद 153 रन उनका सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर रहा है। अजहरुद्दीन ने एकदिवसीय मैचों में 7 शतक एवं 58 अर्धशतक लगाए हैं।
अनिल कुंबले
अनिल कुंबले भारत के क्रिकेट खिलाड़ी हैं। यह जिम लेकर के बाद विश्व के पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिन्होने टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 10 विकेट लिए हैं। अनिल केसम्मान में कर्नाटक के बंगलोर में एक सबसे मुख्य चौराहे को अनिल कुंबले चौराहा का नाम दिया गया है। भारत की ओर से 500 विकेट लेने वाले वह पहले गेंदबाज हैं।
रवि शास्त्री
बतौर गेंदबाज करियर शुरू करके बेहतरीन ऑलराउंडर के रूप में उभरे क्रिकेटर रवि शास्त्री आज के दौर में भी जाना पहचाना नाम हैं। रवि शास्त्री ने 150 वनडे और 80 टेस्ट क्रिकेट मैच खेले हैं। उन्होंने टेस्ट मैच में 3830 और वनडे में 3108 रन बनाए हैं। चैंपियन ऑफ चैंपियंस रह चुके रवि शास्त्री ऑस्ट्रेलिया में दोहरा शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज हैं।
सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ौं में गिने जाते हैं। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले सचिन सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। वे राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सन् 2008 में वे पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किये जा चुके है। उन्होंने टेस्ट व एक दिवसीय क्रिकेट, दोनों में सर्वाधिक शतक बनाये हैं। टेस्ट क्रिकेट में 14000 से अधिक रन बनाने वाले वह विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। वे एक दिवसीय और टेस्ट मैच में 100 शतक बनाकर शतकों का शतक बना चुके हैं।
सौरव गांगुली
भारत क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। वह एक दिवसीय मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाडियों में 5 वें स्थान पर हैं और 10,000 बनाने वाले 5 वें खिलाडी और सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे भारतीय खिलाडी हैं। क्रिकेट पत्रिका विस्डेन के अनुसार वे अब तक के सर्वश्रेष्ठ एक दिवसीय बल्लेबाजों में 6ठे स्थान पर हैं।
हरभजन सिंह
अपनी खास स्पिन बॉलिंग स्टाइल दूसरा के लिए फेमस हरभजन सिंह का क्रिकेट करियर काफी शानदार पर विवादों से भरा रहा है। 103 टेस्ट मैंचों में 417, 236 वनडे मैंच में 269 और 28टी टवेंटी मैच में 29 विकेट लेने वाले हरभजन कभी एंड्रयु साइमंड के साथ मंकी गेट विवाद और कभी साथी क्रिकेटर श्रीसंत को थप्पड़ मारने के लिए चर्चा में रहे हैं।
राहुल द्रविड़
भारतीय क्रिकेट टीम के दीवार के तौर पर पहचाने वाले राहुल द्रविड़ को द वॉल कहा जाता था। वे भारत के सफलतम कप्तानों में से एक रहे हैं।
जहीर खान
जहीर खान भारत के मध्यम तेज गेंदबाज रहे हैं उन्होंने 92 टेस्ट मैच में 311, 200 एकदिवसीय मैच में 282 और 17 टी टवेंटी में 17 विकेट लिए हैं।
युवराज सिंह
युवराज सिंह ने 20-20 विश्व कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंदों में 6 छक्के मारे थे, और 20-20 में 12 गेंदों में अर्धशतक बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी उनके नाम है। उनको सिक्सर किंग नाम से जाना जाता है। युवराज सिंह को विश्व कप 2011 में अहम भूमिका निभाने में मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया।
रविचंद्रन अश्विन
नवंबर 2011 में टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू करने वाले रविचंद्रन अश्विन सबसे कम मैचों में 150 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं। उन्होंने इरापल्ली प्रसन्ना (34 टेस्ट), अनिल कुंबले (34 टेस्ट) और हरभजन सिंह (35 टेस्ट) जैसे दिग्ग्जों को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की। सबसे कम मैचों में 50 और 100 टेस्ट विकेट लेने का भारतीय रिकॉर्ड भी अश्विन के ही नाम है। उन्होंने विदेशी धरती पर 17 टेस्ट मैच खेले हैं और उसमें 67 विकेट लिए हैं।
महेंद्र सिंह धोनी
माही के नाम से फेमस भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट में विकेट कीपर की जिम्मेदारी संभालते हैं। महेंद्र सिंह धोनी इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीनों बड़ी ट्रॉफ़ी पर कब्ज़ा जमाया है। धोनी की कप्तानी में भारत आईसीसी की वर्ल्ड-टी20 (2007 में), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011 में) और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी (2013 में) का खिताब जीत चुका है।
विराट कोहली
भारत की टेस्ट टीम के विराट कोहली का क्रिकेट करियर बेहद शानदार रहा है। लोग उन्हें एक अनुशासित क्रिकेटर के तौर पर जानते हैं। भारत को अंडर नाइंटीन वर्ल्ड कप में विराट की कप्तानी में जीत हासिल हुई थी और इस समय वो लगातार टेस्ट मैच जिताने वाले भारती कप्तानों की सूची में टॉप फाइव में शामिल हैं।
Cricket News inextlive from Cricket News Desk
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