मनी प्लांट
मनी प्लांट को हम किसी बेकार पड़ी बोतल में लगा सकते है। मनी प्लांट फॉर्मलडिहाइड व अन्य प्रदूषणकारी तत्वों को सोख लेता है। इसी तरह यह कारों से निकलने वाले बेंजीन नाम के केमिकल को भी सोखता है। जो सिर चकराने बेचैनी व सिरदर्द का कारण बन सकता है। ये पौधा छाया में रखने से बढ़ता है।
लिली
लिली को छायादार जगह पर रखना चाहिए जिससे ये तेजी से बढ़ सके। इसीलिए इन्हें ऑफिस में रखना अधिक पसंद किया जाता है। इससे फॉर्मलडिहाइड से निजात मिलती है। जो अस्थमा अटैक व एलर्जी रिएक्शन का कारण बनता है। लिली के पौधे में सप्ताह में एक बार पानी देना पर्याप्त है। बढ़ने के लिए उसे थोड़ी सी रोशनी की जरूरत होती है।
डेंडरोबियम
अगर आप ऑर्कीड पसंद करते हैं तो डेंडरोबियम को चुनें जो साल भर खिलता है। इसमें सफेद, पीले व बैंगनी रंग के फूल आते हैं। ऑर्किड को लगाना बहुत आसान है। जो हवा प्रदूषकों जैसे जायलीन और टॉल्यूइन को दूर करता है। यह कम रोशनी में भी जिंदा रह सकता है।
तुलसी
तुलसी को ऑक्सीजन उत्पादक माना जाता है। इस मायने में यह पौधा किसी भी एयर प्यूरिफायर से बेहतर काम करता है। यह पौधा 24 में से 20 घंटे ऑक्सीजन छोड़ता है।
एलोवेरा
एलोवेरा त्वचा के लिए अच्छा होता है। यह जले हुए भाग को भी ठंडक पहुंचाता है। ये हवा से ऐसटोन, एमोनिया व ईथाइल एसिटेट समेत कई तरह के टॉक्सिन भी सोख लेता है। इसकी पत्तियों से निकलने वाला पारदर्शी जेल सीधा भी खाया जा सकता है। जिससे लिवर को फायदा देता है।