अरिस्टोफेनस के 'द क्लाउड' से निकला मिडिल फिंगर का जिन्न
यूनान के विख्यात प्राचीन नाटककार अरिस्टोफेनस ने मिडिल फिंगर का इस्तेमाल अपने एक नाटक 'द क्लाउड' में किया था। यह वाकया 2500 साल पुराना है। नाटक में भी यह नीचा दिखाने के लिए ही प्रयोग किया गया था। तब से आज तक अंगुलियों की यह मुद्रा एकदूसरे को नीचा दिखाने के लिए प्रचलन में है।
रोम में मेल ऑर्गेन का संकेत मानते थे मिडिल फिंगर वाली मुद्रा
मजे की बात यह है कि प्राचीन काल में रोमन लोग अंगुलियों की इस मुद्रा को मेल ऑर्गेन के संकेत के तौर पर भी प्रयोग करते थे। उठी हुई बीच वाली अंगुली को पेनिस और अगल-बगल नीचे की ओर झुकी दोनों अंगुलियों को टेस्टिकल्स के संकेत के तौर पर लेते थे।
रोमन साम्राज्य में मिडिल फिंगर चूमना थी एक अपमानजनक सजा
रोमन साम्राज्य का एक कुख्यात सम्राट प्राचीन काल में अपनी प्रजा को किसी बात पर अपमानित करना होता था तो वह उसे मिडिल फिंगर चूमने को मजबूर करता था। इससे यह पता चलता है कि प्राचीन रोम और यूनान में मिडिल फिंगर को हिकारत की नजर से देखा जाता था। इसे अंगुली से संबंधित मुद्रा को किसी को अपमानित करने के लिए दिखाया जाता था।
V साइन का मतलब कभी हुआ करता था डबल इंसल्ट
आपको जानकर यह आश्चर्य होगा कि एक समय में अंगुलियों से 'वी' साइन बनाकर दिखाने का मतलब डबल इंसल्ट करना होता था। लेकिन आज इसे जीत का पर्याय माना जाता है। अगिनकोर्ट युद्ध में फ्रांसिसी सैनिक अपने दुश्मन देश के सैनिकों की दोनों अंगुलियों को काट देते थे ताकि वे धनुष से बाण न चला सकें। शायद इसी से कालांतर में अंगुलियों की यह मुद्रा जीत का सबब बन गई।
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