नई दिल्ली (एएनआई)। एडवोकेट विनीत जिंदल ने नादव लापिड के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए, फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पर उनकी टिप्पणी के लिए इंडियन पैनल कोड की धारा 121,153,153ए और बी, 295, 298 और 505 के तहत केस रजिस्ट्रेशन की मांग की है। उन्होंनें कहा कि, फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' 1990 में इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा वैली में कश्मीरी पंडितों के 'पलायन और हत्या' पर बेस्ड है। कश्मीर में हुए इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा हिंदू बलिदान की सच्ची कहानी पर आधारित एक फिल्म को 'प्रोपेगेंडा' और 'वल्गर' बताकर वह कश्मीर में हिंदुओं के बलिदान को गाली दे रहे हैं। साथ ही वो अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर हिंदू समुदाय को निशाना बना रहे हैं।
धार्मिक भावनाएं हुई है आहत
विनीत जिंदल ने शिकायत में गोवा के पुलिस डीजीपी को संबोधित करते हुए कहा कि, "नादव लापिड द्वारा दिए गए बयान स्पष्ट रूप से समूहों के बीच दुश्मनी भड़काने के लिए हैं। एक सोशल वर्कर और हिंदू होने के नाते, नादव लापिड के बयान से मेरी धार्मिक भावनाएं बहुत आहत हुई हैं। साथ ही सुदीपितो सेन के बयान से पता चलता है कि IFFI के जूरी मेंमबर्स के बीच फिल्म कश्मीर फाइल पर इस तरह के किसी भी बयान पर कोई चर्चा नही हुई है, लेकिन नादव के दिमाग में हिंदू समुदाय के खिलाफ कोई छिपा हुआ एजेंडा जरूर है, जो IFFI में उनकी क्लोजिंग स्पीच के दौरान सामने आ गया।"
विवादित बयान पर अनुपम खेर ने जतायी नराजगी
विवादित बयान पर, द कश्मीर फाइल्स के लीड एक्टर अनुपम खेर ने भी नादव लापिड की कडी निंदा की और कहा,"हम उचित जवाब देंगे। यदि प्रलय सत्य है, तो फिर कश्मीरी पंडितों का पलायन भी सत्य है। टूलकिट गैंग के एक्टिव होने के तुरंत बाद ये बयान आना, प्री-प्लानड लगता है। इस तरह का बयान देना काफी शर्मनाक है। खुद एक यहूदी समुदाय से आने वाले, उन्होंने उन लोगों को भी दुख पहुंचाया है, जिन्होंने कई साल पहले इस त्रासदी को झेला था। भगवान उन्हें बुद्धी दें ताकि वे अपना एजेंडा पूरा करने के लिए मंच से हजारों-लाखों लोगों की त्रासदी का मजाक न उडाएं।"
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