अगले साल दक्षिण अफ़्रीका में रफ़्तार के सारे रिकॉर्ड तोड़ने के लिए भेजे जाने से पहले इंजीनियर सबसे तेज़ रफ़्तार कार का परीक्षण करना चाहते हैं।
अभी सर्वाधिक स्पीड का रिकॉर्ड 1228 किमी। प्रति घंटा था जबकि ब्लडहाउंड के दो चरणों में 1247 किमी प्रति घंटा और 1609 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार पकड़ने की उम्मीद की जा रही है।
हालांकि न्यूके का ट्रायल रफ़्तार के रिकॉर्ड के लिए नहीं होगा। इसकी वजह ये कि पूर्व वायुसैनिक अड्डे के रनवे की लंबाई महज 2,744 मीटर ही है, जिसमें कार अपनी उच्चतम रफ़्तार नहीं पकड़ पाएगी।
ड्राइवर एंडी ग्रीन कार को क़रीब 322 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चलाएंगे, जिसमें कार का केवल यूरोफ़ाइटर-टाइफ़ून जेट इंजन इस्तेमाल होगा।
आम तौर पर अतिरिक्त शक्ति देने वाला रॉकेट मोटर भी कार में नहीं लगी होगी क्योंकि अभी इसको तैयार होने में समय है।
हालांकि इंजीनियर न्यूके ट्रायल को ब्लडहाउंड के बारे में डाटा इकट्ठा करने के लिए महत्वपूर्ण मान रहे हैं।
चीफ़ इंजीनियर मार्क शैपमैन ने कहा, "हम कम्प्यूटर डिज़ाइन से अब रनवे पर उतर रहे हैं। उन लोगों के लिए यह एक बहुत राहत की बात होगी जो इन वर्षों में हमारे साथ खड़े थे।"
उनके अनुसार, वो इस ट्रायल से पैसा भी इकट्ठा करना चाहते हैं जिससे अंतिम तैयारियों को अंज़ाम दिया जा सके।
हालांकि इस ट्रायल में सिर्फ़ मीडिया, वीआईपी, प्रायोजक और 'ब्लडहाउंड 1के क्लब' के सदस्यों को आने की इजाज़त दी गई है।
लेकिन इसके बाद पड़ने वाले शनिवार को आम लोगों के लिए प्रदर्शन किया जाएगा।
इस कार की बॉडी पर हाई डिफ़िनिशन कैमरे लगे होंगे। इस ट्रायल के बाद कार में रॉकेट मोटर की सप्लाई नॉर्वे की एयरोस्पेस कंपनी नाम्मो करेगी।
हालांकि इसका बेसिक मॉडल तैयार है लेकिन ब्लाहाउंड की टीम इसकी शक्ति को थोड़ा बढ़ाना चाहती और इसके परीक्षण के लिए थोड़ा और समय लगेगा।
20 साल पहले अक्टूबर में ही एंडी ग्रीन ने थ्रस्ट एसएससी कार से रफ़्तार का मौजूदा रिकॉर्ड बनाया था।
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