* हिन्दू धर्म तथा संस्कृति की एक बड़ी विशेषता समय के साथ बदलने की उसकी क्षमता रही है ।
* आप दोस्तों को बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसियों को नहीं।
* कोई इस बात से इंकार नहीं कर सकता है कि देश मूल्यों के संकट में फंसा है ।
* निराशा की अमावस की गहन निशा के अंधकार में हम अपना मस्तक आत्म-गौरव के साथ तनिक ऊंचा उठाकर देखें।
* किसी भी मुल्क को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक साझदारी का हिस्सा होने का ढोंग नहीं करना चाहिए, जबकि वो आतंकवाद को बढाने , उकसाने , और प्रायोजित करने में लगा हो।
* पहले एक अन्तर्निहित दृढ विश्वास था कि संयुक्त राष्ट्र अपने घटक राज्यों की कुल शक्ति की तुलना में अधिक शक्तिशाली होगा।
* राज्य को, व्यक्तिगत सम्पत्ति को जब चाहे तब जप्त कर लेने का अधिकार देना एक खतरनाक चीज होगी।
* कोई इस बात से इंकार नहीं कर सकता है कि देश मूल्यों के संकट में फंसा है।
* देश एक मंदिर है, हम पुजारी हैं। राष्ट्रदेव की पूजा में हमें अपने को समर्पित कर देना चाहिए ।
* हिन्दू धर्म के अनुसार जीवन का न प्रारंभ है और न अंत ही यह एक अनंत चक्र है।National News inextlive from India News Desk