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VARANASI : बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए 50 करोड़ का ऑफर दिया गया था. ऑफर तब दिया गया था जब वे निर्दल प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल कर अपने घर गए थे.
चुनाव नहीं लड़ने का था दबाव
नदेसर स्थित एक होटल में गुरुवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में सपा प्रत्याशी शालिनी यादव की मौजूदगी में तेज बहादुर यादव ने कहा कि पहले उनपर चुनाव नहीं लड़ने का दबाव बनाया गया. ऑफर देने वालों का नाम पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि नहीं बता सकते. वे शातिर लोग हैं और नाम खुला तो उनकी हत्या करा सकते हैं.
प्लान के तहत किया था निर्दल नामांकन
बनारस से नामांकन निरस्त होने पर तेज बहादुर ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को इसकी पहले से आशंका थी. उन्होंने रणनीति के तहत ही निर्दल प्रत्याशी के रूप में पहले नामांकन दाखिल किया था और बाद में गठबंधन प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल किया था. शालिनी यादव ने भी गठबंधन प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया था. ऐसा इसलिए किया गया कि साजिश के तहत मेरा पर्चा निरस्त कराया जाता है तो दूसरा प्रत्याशी चुनाव लड़ सके. तेज बहादुर यादव ने कहा कि वे जानते थे कि भाजपा मेरा पर्चा खारिज कराने के लिए सारे हथकंडे अपनायेगी.