कानपुर। एशियाई देशों के बीच होने वाले क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट एशिया कप 2018 की शुरुआत 15 सितंबर से हो रही। यह टूर्नामेंट 13 दिनों तक खेला जाएगा। खिताबी भिड़ंत 28 सितंबर को होगी। पूरा टूर्नामेंट यूएई में आयोजित किया जाएगा। पिछले साल की चैंपियन रही भारतीय टीम के लिए अपना खिताब डिफेंड करने की चुनौती होगी। वहीं कप्तान विराट कोहली के बिना रोहित शर्मा की अगुआई में भारत मैदान पर कैसा प्रदर्शन करेगी यह देखना दिलचस्प होगा। एशिया कप में टीम इंडिया छह बार चैंपियन रही है जिसमें 5 एकदिवसीय फॉर्मेट में खेले गए थे वहीं पिछला एशिया कप टी-20 इंटरनेशनल फॉर्मेट में खेला गया था।
1986 एशिया कप इसलिए नहीं खेला भारत
भारत इस प्रतियोगिता में भले ही सबसे ज्यादा बार चैंपियन रहा हो मगर अब तक खेले गए कुल 13 एशिया कप में एक टूर्नामेंट ऐसा था जिसमें भारत खेला नहीं। क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, साल 1986 में खेले गए दूसरे एशिया कप में टीम इंडिया ने हिस्सा नहीं लिया था। 1983 में पहला एशिया कप जीतने के बाद इंडियन टीम अगले टूर्नामेंट में अपना टाइटल डिफेंड करने जा रही थी मगर ऐन वक्त पर भारत ने टूर्नामेंट से अपना हाथ खींच लिया। इसकी वजह थी श्रीलंका में एशिया कप का आयोजन। उस वक्त भारत-श्रीलंका के बीच तनाव चल रहा था ऐसे में बोर्ड ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टीम को श्रीलंका भेजने से इंकार कर दिया।
फिर बांग्लादेश को पहली बार किया शामिल
भारत के एशिया कप से हटने के बाद बांग्लादेश को उसकी जगह टूर्नामेंट में शामिल किया गया। एशिया कप में बांग्लादेश का यह डेब्यू था। पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के साथ 1986 एशिया कप खेला गया। श्रीलंका ने अपनी होम कंडीशन का फायदा उठाते हुए लीग मैचों में पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों को मात दी। इसके बाद फाइनल मुकाबला श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच खेला गया जिसमें श्रीलंका ने 6 विकेट से मैच जीता और पहली बार खिताब अपने नाम किया।
एशिया कप देखने से पहले ये 5 बातें जान लीजिए, तभी समझ आएंगे मैच
एशिया कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले हैं ये 5 बल्लेबाज, इसमें सिर्फ एक भारतीय
Cricket News inextlive from Cricket News Desk