-शाकाहार व मांसाहार त्याग का दिलाया श्रद्धालुओं को संकल्प
-ओजस्वी प्रवचन से कराया सभ्यता, संस्कृति व संस्कारों का बोध
Meerut : भैंसाली मैदान में राष्ट्रसंत तरुण सागर महाराज की एक झलक पाने को श्रद्धालु आतुर हो गए. मधुर भक्तिगीतों से गुरुवर की वंदना हुई और नृत्य की प्रस्तुति से भक्ति का संचार हुआ. सभ्यता, संस्कृति एवं संस्कार पर बोलते हुए राष्ट्रीयता का बोध कराया. शराब व मांसाहार त्यागने का अनुयायियों को संकल्प दिलाया.
मन को नियंत्रण में रखो
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, सांसद राजेंद्र अग्रवाल, कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलन से शुभारंभ किया. इससे पहले मुनिश्री को श्रीफल भेंट कर आशीष लिया. जैनमुनि ने कहा कि सुखी रहना है तो इच्छाओं को सीमित व मन को नियंत्रण में रखो. काव्य के रूप में कहा कि 'रात बापू सपने में आए, बोले तरुण सागर क्या हो रिया है, देश रो क्यों रिया है, चादर छोटी है फिर भी पैर पसार के सो रिया है.' कहा कि गुरु की चादर बहुत छोटी है, इच्छाओं के पेड़ बड़े हैं. रसोई और किचन में उन्होंने फर्क बताया. कहा कि जहां रस बरसे वह रसोई और जहां किच-किच हो वह किचन.
घर में होना चाहिए कंट्रोल रूम
जैनमुनि तरुण सागर महाराज ने कहा कि पहले घर के बाहर देहरी होती थी, जो चेताती थी कि अन्याय का पैसा घर में नहीं आएगा. तब चप्पल, जूते घर के बाहर ही उतर जाते थे. लेकिन अब घर में ड्राइंग रूम, डाइनिंग रूम, स्टडी रूम आदि का अब निर्माण होता है. चार भाइयों का पता एक ही है लेकिन एक-दूसरे के बारे में कुछ नहीं पता. कहा कि पुलिस कहती है कि स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है. वही हाल परिवार में है, कभी भी नियंत्रण छूट सकता है. ऐसे में घर में भी कंट्रोल रूम होना चाहिए. उनका आशय प्रभु आराधना व स्वयं पर नियंत्रण से था.
चौका भी हुआ गुम
मुनिश्री ने कहा कि पहले चौका यानि साथ बैठकर खाना खाना. चौका का मतलब है कि खाना कैसे, कितना, कब व क्या खाएं. इन चारों बातों का ध्यान चौका में होता है. जैन समाज सदियों से सदाचारी, अहिंसक व सद्भावना का प्रतीक रहा है. मगर अब यह भी गुम हो गया है.
अपने पेट के लिए दूसरे का पेट क्यों फाड़ रहे
मुनिश्री ने शाकाहार पर बल दिया. मांसाहारियों पर कटाक्ष किया. कहा कि अपना पेट भरने के लिए दूसरे का पेट क्यों फाड़ रहे हो. शराब की बिक्री पर कहा कि सरकार कहती है इससे हमें राजस्व मिलता है, बोले कि शराब से राजस्व नहीं राक्षस पैदा होते हैं. लूट, चोरी, डकैती और बलात्कार आदि घटनाएं शराब पीने के बाद ही होती हैं.
दबा-दबाकर खाने वाले ही जाते हैं दवाखाना
मुनिश्री ने कहा कि जैन समाज खान-पान को लेकर सदियों से जाना जाता है. दिन का खाना, रात में मत खाना, रात का खाना दिन में मत खाना पर जोर देते हुए कहा कि जितनी भूख हो उसका आधा खाना खाओ, एक चौथाई पानी पियो और बाकी खाली छोड़ दो सांस लेने के लिए. उन्होंने कहा कि जो दबा-दबाकर खाते हैं वही दवाखाना जाते हैं. संयमित खान-पान से न तो बीमारी होगी और न ही व्यायाम की आवश्यकता बनेगी.
लव-जेहाद हिंदुओं को मुसलमान बनाने का षडयंत्र
लव-जेहाद को लेकर समाज की लड़कियों को आगाह किया. कहा कि लव-जेहाद हिंदुओं को मुसलमान बनाने का षडयंत्र है. बोले तुम अपने पैर के नीचे चीटी नहीं आने देते, दूसरे घर में जाओगे तो वहां उबलते अंडे और पकता मांस कैसे देखोगे. लड़कियों से कहा कि मां-बाप की खुशी का ध्यान रखो. भागकर नहीं, जागकर शादी करो.
अंडा है मांसाहार
मुनिश्री ने अंडे को मांसाहार कहा. बताया कि कुछ लोग अंडे को शाकाहार बता रहे हैं, जो गलत है. अंडा तामसी पदार्थ है यह मांस है और दूध पूरी तरह से शुद्ध शाकाहार है.
अब दूसरी क्रांति की सख्त जरूरत
क्रांति दिवस के मौके पर मेरठ की धरा को जैनमुनि ने नमन किया. उन्होंने कहा कि पहले तख्त ओ ताज के लिए क्रांति हुई अब अहिंसा और सत्य के लिए दूसरी क्रांति की जरूरत है.
पति-पत्नी पर हुए व्यंग्य, गूंजे ठहाके
तरुण सागर महाराज ने पति-पत्नी के रिश्ते पर व्यंग्य बाण छोड़े तो ठहाके गूंज उठे. उन्होंने कहा कि जो पति से रहे तनी-तनी, खत्म कर दे मनी, वही पत्नी. कहा कि पत्नी, पति से इसलिए झगड़ती है क्योंकि वह फोकट का है. मां के बदले सास, पिता के बदले ससुर, बहन के बदले ननद, भाई के बदले देवर मिल जाता है. जबकि पति तो फोकट में मिला.
मेरी झोली में डाल दो अपने दो खोट
जैनमुनि ने कहा कि मैं कोई दक्षिणा नहीं लेता. नेता आते हैं वोट, सपोर्ट मांगने मुझे अपने खोट दे दो. मेरी झोली में दो खोट डाल दो. मुनिश्री ने अंत में शराब व मांसाहार को त्यागने का संकल्प दिलाया.
कम बोलो, मीठा बोलो
जैनमुनि ने कहा कि क्रोध पालना बुरा नहीं, बैर पालना गलत है. आपस में कितनी भी लड़ाई जरूर हो जाए, बोलचाल बंद मत करना. उन्होंने कहा कि कम बोलो, जितना जरूरी हो उतना बोलो, चाय में चीनी भले न डालो लेकिन जुबान मीठी रखो. उन्होंने कहा कि रामायण में सबके मरने की जानकारी है, सिवाय मंथरा के. वह हम सभी में बैर के रूप में है, इसे त्याग दो. महिलाओं से कहा कि पाउडर नहीं मुस्कान है, लिपस्टिक नहीं मीठी जुबान सुंदरता की पहचान है.
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प्रदेश अध्यक्ष पर ली चुटकी
प्रवचन के दौरान भाजपा नेताओं का जमघट रहा. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए भाजपा प्रदेश डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी पर चुटकी ली. जैनमुनि ने कहा कि वाजपेयी जी ये लाए गए लोग नहीं है. यहां न तो खाना मिलेगा और न ही दाम. यह सुनते ही सभी ठहाका लगाने लगे.
मुनिश्री की हुई भक्तिभाव से आरती
णमोकार महामंत्र प्रचार समिति की ओर से प्रभावना वितरण हुआ. आयोजन समिति के प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि सोमवार को सदर दुर्गाबाड़ी जैन मंदिर में सुबह से धार्मिक आयोजन होंगे. सुरेश जैन रितुराज, विनेश जैन, रंजीत जैन, एचके जैन, मृदुल जैन, अजय गुप्ता, हर्ष गोयल आदि मौजूद रहे. मुनिश्री की भव्य आरती हुई. ब्रह्माचारी सतीश भइया ने मंच संचालन किया. अंत में कड़वा-प्रवचन मई-ख्0क्भ् की श्रृंख्ला का विमोचन हुआ.