वेदर चेंज हो रहा है. कभी तेज धूप तो कभी बारिश से कई तरह की बीमारियां कानपुराइट्स को परेशान करने लगी हैं. इसमें कंजक्टिवाइटिस भी है. ऐसे में आप अपनी आंखों का ध्यान जरूर रखें क्योंकि जरा सी लापरवाही से इनको नुकसान हो सकता है. सिटी में जगह-जगह हो रही खुदाई भी इसकी एक वजह है. आई स्पेशलिस्ट के क्लीनिक में कंजक्टिवाइटिस के पेशेंट्स बढ़ रहे हैं.
Allergy & infection
मेडिकल कॉलेज की आई स्पेशलिस्ट डॉ. शालिनी मोहन ने बताया कि किड्स की आंखों में वर्नल कटार ने हमला बोल दिया है. वहीं बड़ों की आंखों में एलर्जी और इंफेक्शन हो रहा है. धूल-गर्द की वजह से कानपुराइट्स को बिलनी (आंखों के पास दाना निकलना) की प्रॉब्लम से भी जूझना पड़ रहा है.
Allergy symptoms
1. अगर आपकी आंखों से पानी आ रहा है तो उसको सीरियली लीजिए और इंफेक्शन से खुद बचने को बचाने के लिए तैयार हो जाइए
2. आंखों का लाल होना भी इंफेक्शन का इंडिकेशन है
3. एकदम से आंखों में खुजली बढ़ जाना नारमल बात नही है. ये भी इंफेक्शन की वजह से ही होती है
4. आंखों में पेन होना भी सीरियस इशु है. पेन का सही रीजन जानना जरूरी है. पेन को कैज्युअली लेना डेन्जरस हो सकता है.
5. अगर सो के उठने पर पलकों के चिपक जाने से अपको आंखें खोलने में दीक्कत हो रही है, तो समझ जइए कि आपको इंफेक्शन हो गया है.
Take these cautions to prevent your eyes
1. चिल्ड वॉटर से आंखों को साफ करें
2. धूप में ब्लैक गॉगल्स जरूर लगाएं
3. स्टेरायड मेडिसिन का यूज न करें
4. कंजक्टिवाइटिस के पेशेंट से हाथ न मिलाएं
5. पेशेंट के टॉवल और रुमाल का यूज न करें
6. डॉक्टर की एडवाइस पर मेडिसिन लें
7. गर्म पानी से आंखों की सिकाई करें
8. तुरंत डॉक्टर को दिखाएं