कानपुर। देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कार्डिएक अरेस्ट की वजह से 67 की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गई हैं। सुषमा स्वराज जिस तरह राजनीति और देश हित में कुछ भी करने को तैयार रहती थीं उसी तरह वह अपनी निजी जिंदगी में भी अपनी जिम्मेदारियों को समझती थी।
सुषमा स्वराज सास-ससुर की लाडली बहू थीं
खुद सुषमा स्वराज के पति स्वराज काैशल ने इस बात का खुलासा किया था। स्वराज काैशल ने बीते साल जुलाई में सोशल मीडिया पर बताया था कि वह एक अच्छी पत्नी होने के साथ-साथ एक जिम्मेदार बहू भी हैं। सुषमा स्वराज सास-ससुर की लाडली बहू थीं। परिवार के प्रति वह हमेशा समर्पित रहीं।
सुषमा ने की थी कैंसर पीड़ित सास की सेवा
स्वराज काैशल ने बताया था कि 1993 में मेरी मां की कैंसर से मृत्यु हो गई थी। उस समय सुषमा सांसद और पूर्व शिक्षा मंत्री थीं लेकिन सुषमा ने मेरी मां की देखरेख के लिए मेडिकल अटेडेंट रखने से मना कर दिया। सुषमा करीब एक साल तक अस्पताल में रहीं और मेरी मां की अच्छे से सेवा की थी।
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सुषमा ने जब ससुर की चिता को दी आग
स्वराज काैशल ने यह भी बताया था कि सुषमा स्वराज मेरे पिता की भी काफी लाडली थीं। मेरे पिता जी उन पर गर्व करते थे। सुषमा ने मेरे पिता की हर इच्छा का सम्मान व ख्याल रखा था। मेरे पिता की इच्छा के अनुसार सुषमा ने मेरे पिता की चिता जलाई थी। हम भी सुषमा को बहुत प्यार करते हैं।
इनपुट पीटीआई
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