कानपुर। कम लोग जानते हैं कि इंडो पाक पार्टीशन के समय सुनील दत्त का परिवार पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आया और बाद में हरियाणा में रहने लगा।
मुंबई में नौकरी
जब पहली बार सुनील दत्त हरियाणा से मुंबई आये तो उनका कोई रिश्तेदार या मित्र यहां नहीं था। अकेले संघर्ष करते हुए उन्होंने बस सेवा बेस्ट के सप्लाई विभाग में बतौर क्लर्क नौकरी करनी शुरू कर दी। आज भी उनकी तस्वीर बेस्ट के वडाला ऑफिस में उनके १४६ साल के इतिहास के रूप में सेकेंड प्लोर के एक कमरे में लगी है।
रेडियो जॉकी का जॉब
नौकरी के साथ वो यहां अपनी पढ़ाई भी कर रहे थे। इसी दौरान जब वे कॉलेज के एक फंग्शन में एंकरिग कर रहे थे, तभी शानदार परफार्मेंस के चलते उन्हे रेडियो सिलॉन में रेडियो जॉकी का जॉब मिला।
नरगिस से पहली मुलाकात
क्या आप जानते हैं बतौर आरजे सुनील ने कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज को इंटरव्यू किया जिनमें बाद में उनकी पत्नी बनी नरगिस भी शामिल थीं। सुनील ने बताया था कि उन्हें देख कर वे इतने प्रभावित हुए कि कुछ बोल ही नहीं पाये। इसका नतीजा ये हुआ कि वो इंटरव्यू प्रसारित ही नहीं हो पाया।
इत्तफाक से मिला बिरजू का रोल
आप जानते हैं उनको नरगिस के करीब लाने वाला फिल्म मदर इंडिया में बिरजू नाम का रोल पहले भारतीय मूल के एक हॉलीवुड एक्टर साबू दस्तागीर को ऑफर हुआ था। डेटस देने के बावजूद वर्क परमिट जैसी समस्याओं के चलते साबू को ये रोल छोड़ना पड़ा और फिर दिलीप कुमार ये भूमिका करने वाले थे पर कई फिल्मों में उनके साथ रोमांटिक लीड प्ले कर चुकी नरगिस ने दिलीप की मां बनने से इंकार कर दिया। तब सबसे गुजरता हुआ ये करेक्टर सुनील के पास आया।
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