Dhanu Sankranti 2019: भारतीय ज्योतिष के 9 ग्रहों में राजा भुवनभास्कर सूर्य जब-जब देव गुरू ब्रहस्पति की राशि धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो उस कालखण्ड को खरमास की संज्ञा दी जाती है। 15 दिसंबर 2019 को भुवन भास्कर सूर्य देव गुरू की शनि धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं जो कि 14 जनवरी,& 2020 तक रहेंगे। तत्पश्चात मकर राशि में प्रवेश करेंगे। अत: 15 दिसंबर से 14 जनवरी तक शुभ कार्य वर्जित रहेंगे।
31 दिनों तक वर्जित हैं शुभ कार्य
15 दिसंबर से शुरू हो रहे 31 दिनों के कालखण्ड में मन का कारक चंद्रमा,& आत्मा का कारक सूर्य,& बुद्धि का कारक बुध,& मांगिलक कार्यों का कारक मंगल,& न्याय का कारक शनि,& यश और वैभव का कारक शुक्र भगवान भास्कर के धुन राशि में प्रवेश करते ही समस्त ग्रह सृष्टि के पालन देव गुरू ब्रह्स्पति की पूजा करने लगते हैं।
14 जनवरी से कर पाएंगे शुभ कार्य
इस कालखण्ड में वधु प्रवेश,& प्रसूतिका स्नान,& नाम करण,& अन्न प्राशन,& गृह प्रवेश,& व्यापार मुहूर्त,& वाहन मशीनरी खरीदने के मुहूर्त का इसके अलावा 15 दिसंबर से करना वर्जित है। भोर भास्कर सूर्य को जब सृष्टि के लिए अधिक ऊर्जा देनी होती है तो समस्त देवी-देवता स्वतह ही देव गुरू ब्रह्स्पति की पूजा करने चले जाते हैं।आरम्भ अब 14 जनवरी,& 2020 के बाद ही होगा। 31 दिनों के कालखण्ड में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं होते हैं।
-ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक पांडेय
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