Summer Solstice 2020: संक्रांति यानि सॉल्स्टिस एक खगोलीय घटना है जोकि दो बार, एक गर्मियों में और एक बार सर्दियों में होती है। हर साल सूर्य को जब नॉर्थ या साउथ पोल से देखा जाता है, तो साल का सबसे बड़ा दिन 21 जून होता है।
- इस दिन सूर्य सुबह जल्दी निकलता है और शाम को देर से डूबता है। इस दिन सूर्य का झुकाव उत्तरी ध्रुव की ओर ज्यादा होता है।
-इस दिन सूरज सबसे ऊंचाई पर रहता है जिस वजह से लोगों की कुछ समय के लिए अपनी परछाई नहीं दिखाई देती है।
-इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध में दिन बड़े और रात छोटी होती हैं, वहीं दक्षिणी गोलाद्र्ध में रात बड़ी और दिन छोटे होते हैं।
-इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध में ज्यादा गर्मी पड़ती है क्योंकि इस दिन सूर्य का झुकाव होता है ओर इसकी किरणें ज्यादा देर तक पृथ्वी पर रहती है। लेकिन दक्षिणी
गोलाद्र्ध में ज्यादा सर्दी पड़ती है।
-साल का सबसे बड़ा दिन होने की वजह से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के लिए चुना था।
-आम दिनों के मुकाबले 21 जून को सूरज की किरणें ज्यादा देर तक धरती पर रहेगी जिसके कारण दिन बड़ा होता है। इस दिन सूर्य की किरणें 13 घंटे 58 मिनट
और 12 सेकंड तक धरती पर पड़ेगी।
-इस दिन सूर्य आकाश में अपने सबसे ऊंचे शिखर पर होता है। सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर लंबाई में पड़ती है जिसे संक्राति कहते हैं।
-21 जून के बाद से सूर्य दक्षिण की ओर गति करना शुरु कर देगा, जिससे दिन छोटे होते जाएंगे और 23 सितंबर को रात-दिन बराबर होंगे।