काबुल (एपी)। दक्षिणी अफगानिस्तान के जाबुल शहर के एक अस्पताल में गुरुवार सुबह एक बार फिर आत्मघाती बम विस्फोट हुआ है। इस हमले में 20 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 90 से अधिक लोग घायल हैं। इस विस्फोट से कई ऑफिस और मकान को गंभीर नुकसान पहुंचा है। बता दें कि अस्पताल के नजदीक नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्योरिटी (NDS) का कार्यालय भी मौजूद है। अस्पताल में खड़ी एक ट्रक को बम से उड़ाकर इस हमले को अंजाम दिया गया है। इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। आतंकी समूह के प्रवक्ता कारी युसुफ अहमदी ने बताया कि यह हमला नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्योरिटी को निशाना बनाने के लिए किया गया है।
पहले कम थी मरने वालों की संख्या
बताया जा रहा है कि इस हमले के बाद कंधार शहर से एंबुलेंस बुलाया गया और घायलों को तुरंत कंधार के अस्पतालों में भेज दिया गया। विस्फोट के बाद शुरुआती घंटों में मरने वालों और घायलों की संख्या काफी कम थी। पहले प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता गुल इस्लाम सेयल ने मरने वालों की संख्या 12 बताई थी, लेकिन बाद में प्रांतीय परिषद के प्रमुख अत्ता जान हकबयान ने 20 लोगों के मौत की जानकारी दी। हकबयान ने बताया कि इस विस्फोट के बाद नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्योरिटी के दिवार को भी नुकसान पहुंचा है।
हर रोज हो रहा हमला
बता दें कि अमेरिका से वार्ता रद होने के बाद लगभग हर रोज अफगानिस्तान में आत्मघाती बम विस्फोट करवा रहा है। इससे पहले अफगानिस्तान में मंगलवार को दो बड़े आत्मघाती बम विस्फोट किए गए थे। एक धमाके में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की चुनावी रैली को निशाना बनाया गया था। वहीं, दूसरा हमला अमेरिकी दूतावास के पास हुआ। इन आत्मघाती बम धमाकों में कम से कम 48 लोगों की जान चली गई थी।
पिछले हफ्ते ट्रंप ने किया था वार्ता रद
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते तालिबान के साथ चल रही शांति वार्ता को खत्म कर दिया था। इसी के बाद अफगानिस्तान में यह धमाके किए गए हैं। ट्रंप ने इस तरह का निर्णय पिछले हफ्ते अफगानिस्तान में तालिबान के हमले में एक अमेरिकी सैनिक की मौत के बाद लिया था। उन्होंने यह वार्ता ऐसे समय रद कर थी, जब दोनों पक्ष समझौते के आखिरी पायदान पर पहुंच गए थे। समझौते के मुताबिक अमेरिका को अफगानिस्तान से अपनी सेना को वापस
International News inextlive from World News Desk