एक बड़ी उम्मीद नजर आ रही

जानकारी के मुताबिक छ दिन पहले यानि की आठ जून को कोस्टगार्ड के टोही विमान डोर्नियर लापता होगया था। जिससे तब से लेकर आज तक उसकी खोज समुद्र में की जा रही है। ऐसे में इसकी खोज में नौसेने का संधायक पोत भी लगा है। सूत्रों की मानें तो संधायक विमान को इस कोस्टगार्ड के टोही विमान डोर्नियर का सिग्नल मिले हैं। ऐसे में नौसेना को एक बड़ी उम्मीद नजर आ रही है। इस संबंध में कोस्टगार्ड के कमांडर एसपी शर्मा का कहना है कि नौसेना का पोत तमिलनाडु के करईकल के समीप खोज कर रहा है। ऐसे में उसे सोनार लोकेटिंग बीकन से इस लापता विमान के सिग्नल मिले है। इस दौरान उनका कहना है कि अभी सिग्नल रुक रुक कर मिल रहे हैं, लेकिन उनके पूरे पाने की कोशिश की जा रही है। उनका मानना है कि यह सिस्टम 30 दिन सिग्नल भेजने की कैपेसिटी रखता है।

तकनीकि की वजह से लगाया

सूत्रों की माने तो इस अभियान में पोत संधायक को उसकी तकनीकि की वजह से लगाया गया है, क्योंकि पोत संधायक ऐसे उपकरणों से लैस है जो पानी के नीचे काफी गहराई में भी देख सकते हैं। इतना ही नहीं वहां पानी में मौजूद चीजों की तस्वीर तक उतार लेता हैं। गौरतलब है कि विमान सीजी- 791 आठ जून को भी रात में हमेशा की तहर ही गश्त पर था। इस दौरान उस पर डिप्टी कमांडेंट पायलट विद्यासागर, को-पायलट एमके सोनी और नेवीगेटर सुभाष सुरेश सवार थे। इस दौरान तमिलनाडु के कुड्डालोर व करईकल के बीच विमान से संपर्क टूट गया और विमान लापता हो गया।छह दिन से लापता कोस्टगार्ड के टोही विमान डोर्नियर के सिग्नल नौसेना के पोत को मिले हैं। संधायक पोत ने यह सिग्नल पकड़े हैं। हालांकि विमान से रुक -रुक कर सिग्नल मिल रहे हैं, जिससे खोजी अभियान में बाधा आ रही है। विमान 8 जून को गश्त के दौरान लापता हो गया था। इसमें अफसर सवार थे।

Hindi News from India News Desk

National News inextlive from India News Desk