यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल) के शोधकर्ताओं का कहना है कि इस बात को लेकर दंत विशेषज्ञों में सहमति नहीं है कि टूथब्रश कितनी बार किया जाए और कितनी देर तक किया जाए.
यूसीएल के शोधकर्ता डॉक्टर जॉन वैनराइट और प्रोफ़ेसर ओब्रे शीहम ने डेंटल एसोसिएशनों, टूथब्रश कंपनियों और दंत चिकित्सा से जुड़ी किताबों सहित कुल 66 स्रोतों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है.
ब्रिटिश डेंटल जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन रिपोर्ट में शोधकर्ताओं का कहना है कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि एक तरीक़ा दूसरे से बेहतर है.
अलग-अलग तकनीक
अधिकांश स्रोतों में ब्रश को सीधे रखकर दांतों पर गोल-गोल घुमाने का सुझाव सबसे ज़्यादा दिया गया है.
दंत चिकित्सकों और डेंटल एसोसिएशनों ने टूथब्रश करने की छह अलग-अलग तकनीक बताई हैं.
किसी में 45 डिग्री के कोण से ब्रश करने की सलाह दी है तो कोई ब्रश को 90 डिग्री पर खड़ा करके दांतों पर घुमाने की बात कहता है.
इसी तरह अधिकांश स्रोतों में दिन में दो बार ब्रश करने की बात कही गई है जबकि एक सलाह में दिन में तीन बार ब्रश करने का सुझाव दिया गया है.
अध्ययन की ज़रूरत
जहां तक कितनी देर ब्रश करने का सवाल है तो 26 स्रोतों ने दो मिनट, 12 ने दो से तीन मिनट और दो स्रोतों ने तीन मिनट तक टूथब्रश करने की सलाह दी है.
अध्ययन में कहा गया है, "ऐसा लगता है कि टूथब्रशिंग के सर्वश्रेष्ठ तरीक़े को लेकर पेशेवर संस्थाओं में आम राय नहीं है."
शोधकर्ताओं का कहना है कि ब्रश करने के विभिन्न तरीक़े कितने कारगर हैं, इसे लेकर और अध्ययन करने की ज़रूरत है.
एनएचएस च्वॉइसेज की वेबसाइट के मुताबिक़ दिन में दो बार फ्लोराइड टूथपेस्ट से कम से कम दो मिनट तक ब्रश करने से दांतों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है.