IPHONE (2007)
2007 में आया था iPhone का ये सबसे पहला मॉडल। इस फोन ने सबसे पहले आइकन्स लेआउट का क्लासिक ग्रिड दिया। फोन पर सिर्फ एक होम बटन था। 3.5 स्क्रीन की डिस्प्ले वाला ये फोन उस वक्त का बेहतरीन डिस्प्ले वाला फोन था। इसमें 8GB की इंटरनल मेमोरी थी और उसके साथ ही 2 मेगापिक्सल का कैमरा था। उस वक्त फोन में थर्ड पार्टी ऐप इंस्टॉल नहीं किए जा सकते थे। फोन पर इंटरनेट की सुविधा लोगों को मिल गई थी, लेकिन अभी भी इसमें कई की-फीचर्स की कमी थी। जैसे 3G कनेक्टिविटी और ऐप स्टोर।
IPHONE 3G (2008)
2007 के बाद अगला iPhone लॉन्च हुआ 2008 में। इस फोन में स्टीव जॉब्स ने पिछले फोन के ऐप स्टोर की कमी को पूरा कर दिया। इसने डेवलपर्स को मौका दिया अपनी खुद की एप्लिकेशंस बनाने का। ऐसा करने से iPhone की अहमियत और भी ज्यादा बढ़ गई। अब iPhone 3G में 3G डाटा भी मिला।
IPHONE 3GS (2009)
2009 में कंपनी ने S सीरीज का पहला फोन लॉन्च किया। ये था iPhone 3GS। iphone 3GS का अपग्रेडेड वर्जन मार्केट में उतारा गया। एप्पल की ओर से जानकारी दी गई कि नाम के साथ S जोड़ने का मतलब है स्पीड की ओर इशारा। हालांकि इसके शेप में कोई खास अंतर नहीं किया गया। 3.2 मेगापिक्सल वाला ये फोन फोटो खींचने के लिहाज से बहुत बेहतरीन था। स्क्रीन 3.5 इंच की ही थी। फोन में वॉयस कंट्रोल के साथ एक्सट्रा स्टोरेज का ऑप्शन भी दिया गया था।
IPHONE 4 (2010)
2010 में पहली iPhone को रीडिजाइन किया गया। फोन की बॉडी स्टेनलेस स्टील की कर दी गई। इसी के साथ ही फोन का नया चौकोर शेप दिया गया, जिसके कोने चारों ओर से घुमावदार थे। ऐसा बताया गया था कि ये दुनिया का पहला सबसे ज्यादा पतला फोन था। इसी के साथ ये पहला एप्पल फोन था जो रेटीना डिसप्ले पर चलता था। फोन पर यूजर्स को मिले कई मल्टी टास्किंग ऐप्स भी।
IPHONE 4S (2011)
2011 में आई iPhone की पांचवी जेनरेशन। फोन को 4 अक्टूबर को मार्केट में उतारा गया, लेकिन उसी के दूसरे दिन इसके फाउंडर स्टीव जॉब्स की मौत की खबर फोन की बिक्री पर भारी पड़ी। इस फोन में 8 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया था जो HD वीडियो रिकार्डिंग को सपोर्ट करता था। कंपनी ने फोन को ज्यादा फास्ट बनाने के लिए इसमें अपना नया A5 प्रोसेसर लगाया था।
IPHONE 5 (2012)
2012 में iPhone डिजाइन के लहेजे से दूसरे एक बड़े बदलाव के साथ मार्केट में आया। इस मॉडल में कंपनी ने फोन के स्क्रीन पर काफी काम किया। फोन की स्क्रीन को बढ़ाकर 4 इंच का किया गया। इसके साथ ही फोन में ios7 को लॉन्च किया गया, जिसकी वजह से इस फोन की लोकप्रियता काफी बढ़ गई थी।
IPHONE 5C (2013)
2013 में एप्पल ने पहली बार iPhone का जोड़ा मार्केट में उतारा। iphone 5s और iphone 5c। इनमें से iphone5c काफी सस्ता था। ये उसके पहले लॉन्च हुए iPhone 5 के जैसा ही था। iphone 5c कंपनी के लिए फायदेमंद रहा। इसकी डिमांड काफी रही। फोन में पावरफुल बैटरी के साथ 8 मेगापिक्सल का रियर कैमरा भी था। इसके अलावा इसपर फिंगरप्रिंट का ऑप्शन दिया गया था।
IPHONE 5S (2013)
बहुत कुछ 5C के जैसा ही था iPhone 5S। फोन पर नए रंगों का विकल्प यूजर्स को मिला। हालांकि फोन के अंदर दोनों में बहुत अंतर देखने को मिले। जैसे इसका होम बटन, अपग्रेटेड सपोर्ट सिस्टम, टच ID, पहला 64 बाइट प्रोसेसर। फोन का क्लीन लुक भी इसके यूजर्स को बहुत हद तक पसंद आया।
IPHONE 6 AND 6 PLUS (2014)
2014 में एप्पल ने फाइनली अपना बड़ा iPhone लॉन्च किया। इस साल कंपनी ने iphone6 और iphone 6plus को मार्केट में उतारा। दोनों ही फोन फीचर्स और हार्डवेयर के मामले में बेहतरीन थे। iphone 6 में 4.7 और iphone 6plus में 5.5 इंच की स्क्रीन थी। दोनों ही फोन में A8 प्रोसेसर और 8 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया था।
IPHONE 6S AND 6S PLUS (2015)
एक और वैसा ही दिखने वाला S सीरीज का iPhone। फोन का ग्लास और भी ज्यादा मजबूत दिया गया। हां, हालांकि फोन में और ज्यादा कोई बड़े बदलाव नहीं किए गए। फीचर के लिहाज से सबसे बड़ा बदलाव था इसका प्रेशर सेंसटिव डिस्प्ले (3D टच) और लाइव फोटो वीडियो कैप्चरिंग।
IPHONE SE (2016)
2016 की शुरुआत iPhone के यूजर्स के लिए एक नई शुरुआत लेकर आया। ये था मिड ससाइकिल iPhone SE। फोन देखने में बिल्कुल iPhone 5S की जैसा ही था। हां इसमें यूजर्स को नया स्पीडी हार्डवेयर मिला और फोन पर का डिसप्ले दिया गया 4 इंच का।
IPHONE 7 AND 7 PLUS (2016)
यहां लोगों को मिला वादा iPHONE 7 और 7 PLUS का। इनमें से iPhone 7 पहुंच चुका है अपने बेहतर फीचर्स के साथ यूजर्स के बीच और 7 प्लस को अभी लगने वाला है और समय।
Courtesy by theverge.com
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