भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे से बदसलूकी पर बिफरे भारत ने राजनीतिक और राजनयिक स्तर पर अमेरिका को तल्ख संदेश दिया. देवयानी मामले में भारत ने क्या कदम उठाए और क्या हैं उनके मायने, जानिए एक नजर में..
कदम: मुंबई, कोलकाता, चेन्नई स्थित सभी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के सभी कर्मचारियों से उनके पहचान-पत्र वापस मांगे गए.
मायने: अमेरिकी राजनयिकों के विशेषाधिकारों की समीक्षा होगी. उन्हें वही सुविधाएं मिल सकेंगी, जो अमेरिका में तैनात उनके समकक्ष भारतीय राजनयिकों को मुहैया कराई जाएगी.
कदम: अमेरिकी राजनयिक व दूतावास कर्मचारी अपने एयरपोर्ट पास लौटाएंगे.
मायने: भारतीय हवाई अड्डों पर आवाजाही में रियायत के लिए दिए गए विशेष पास वापस लिए जाएंगे. भारतीय राजनयिकों को अमेरिका में ऐसी कोई विशेष रियायत हासिल नहीं है.
कदम: अमेरिकी दूतावास में काम कर रहे सभी भारतीयों को मिल रहे वेतन व बैंक खातों की जानकारी मांगी गई.
मायने: अमेरिकी संपदा माने-जाने वाले दूतावास में काम करने के लिए सभी भारतीयों के वेतन-भत्तों की समीक्षा होगी. आकलन होगा कि क्या दूतावास में काम कर रहे माली को अमेरिका में काम करने वाले समान कर्मचारी जितना वेतन दिया जाता है?
कदम: अमेरिकी दूतावास की ओर से किए जा रहे सभी आयात मंजूरी पर रोक.
मायने: अमेरिकी दूतावास शराब समेत कई वस्तुए अपने इस्तेमाल के लिए आयात करता है. प्रोटोकॉल के स्तर पर सख्त संदेश देकर इस तरह के सभी आयात पर अगले आदेश तक रोक लगाई गई है.
कदम: भारत स्थित अमेरिकी स्कूलों और अपने स्टॉफ के वेतन व बैंक खातों की जानकारी तलब.
मायने: आकलन होगा कि अमेरिकी स्कूलों में कितने अमेरिकी और कितने भारतीय काम कर रहे हैं और उनकी कर अदायगी की क्या स्थिति है?
कदम: नई दिल्ली के शांति पथ स्थित अमेरिकी दूतावास के पास लगे अतिरिक्त बैरिकेड हटाए गए.
मायने: बेरुखी का संदेश. यह एक सुविधा वैसे भी केवल अमेरिकी दूतावास को दी गई थी.
Hindi news from International news desk, inextlive
International News inextlive from World News Desk