कानपुर। श्रीलंका 1.4 बिलियन डॉलर के चीनी निवेश से 665 एकड़ की जगह में एक नया महानगर बना रहा है। इस परियोजना का आकार सेंट्रल लंदन के बराबर है लेकिन इसका डिजाइन हांगकांग, सिंगापुर और दुबई जैसे शहरों जैसा दिखता है। साइट के डेवलपर, चीन हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी (सीईईसी) के अनुसार, श्रीलंका में 15 बिलियन डॉलर की लागत से बनने वाला महानगर 'पोर्ट सिटी' 2041 तक बनकर तैयार हो जायेगा।
मछुआरों को हो सकता है नुकसान
शहर का निर्माण करने के लिए, डेवलपर्स महासागर के नीचे से रेत इकट्ठा करने के लिए ड्रेजर्स का उपयोग कर रहे हैं। सीईईसी किनारे से 65 मिलियन अरब मीटर (लगभग 17 अरब गैलन) बालू जोड़ने की योजना बना रहा है। पर्यावरण समूहों ने जलीय जीवन के विनाश को लेकर चिंता जताई है, उनका कहना है कि इससे स्थानीय मछुआरों की आजीविका को नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि डेवलपर्स का तर्क है कि इससे कोई नुकसान नहीं होगा।
90 प्रतिशत तक ढांचा का आकर तैयार
डेवलपर्स ने शहर के आकार में सुधार का काम 90 प्रतिशत तक पूरा कर लिया है और उम्मीद है कि जून 2019 तक सभी काम पटरी पर आ जायेंगे। इस परियोजना को तैयार करने के लिए चीन की तरफ से 1.4 बिलियन डॉलर का निवेश मिला है लेकिन सिर्फ रेत में ही इस राशि का दोगुना खर्च है। बाकी का खर्च सरकार उठा रही है। कोलंबो सेंटर फॉर एनवायरनमेंटल जस्टिस का अनुमान है कि निर्माण में लगभग 3.2 मिलियन क्यूबिक मीटर रेत की आवश्यकता होगी, जिसकी कीमत लगभग 3.2 अरब डॉलर है।
इवेंट्स के लिए बनाया जायेगा सेंट्रल पार्क
शहर में एक सेंट्रल पार्क' होगा, जिसमें बाहरी मनोरंजन और इवेंट्स की जगह प्रदान की जाएगी। इसके अलावा शहर में हवा का संचालन ठीक से हो, इसके लिए बिल्डिंगों की उच्चाई कम रखी जाएगी। इस शहर को विशेष रूप से आवासीय और वाणिज्यिक उपयोग के लिए डिजाइन किया गया है, इसमें कोई औद्योगिक गतिविधियों की अनुमति नहीं है। शहर में लगभग 80,000 निवासियों और 250,000 दैनिक यात्रियों की मेजबानी की उम्मीद है। अधिकारियों के मुताबिक, इस शहर के लिए बिलकुल अलग कानून बनाया जायेगा।
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