नई दिल्ली/बंगलुरू (पीटीआई/रॉयटर्स)। भारत की सेंट्रल ड्रग अथॉरिटी के एक एक्सपर्ट पैनल ने रूसी कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक V के देश में इमरजेंसी उपयोग को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी देने की सिफारिश की है। सेंट्रल ड्रग्स कंट्रोल स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी ने सोमवार को डा. रेड्डी लेबोरेटरीज के स्पूतनिक V के इमरजेंसी उपयोग को अनुमति देने के आवेदन पर विचार किया। इस पर अंतिम निर्णय ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को लेना है। अगर इसे मंजूरी मिलती है तो यह भारत में उपलब्ध तीसरी कोविड-19 वैक्सीन बन जाएगी। 'स्पुतनिक V', जिसे मास्को के गामलेया संस्थान द्वारा विकसित किया गया है। यह COVID-19 के खिलाफ 91.6% प्रभावी साबित हुआ है और इसे 50 से अधिक देशों में उपयोग के लिए मंजूरी दी जा चुकी है।
कोरोना प्रभावित देशो में दूसरे नंबर पर पहुंचा भारत
इकोनॉमिक टाइम्स के मुुुुुुुताबिक भारत का ड्रग्स रेगुलेटर जल्द ही 'स्पूतनिक V' के रोलआउट को अंतिम रूप देगा। भारत 13.5 मिलियन से अधिक मामलों के साथ COVID -19 संक्रमणों की दूसरी लहर से जूझ रहा है। भारत अब COVID-19 द्वारा दुनिया का दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश बन गया है। सोमवार को भातर ने ब्राजील को पीछे छोड़ दिया। वायरस की दूसरी लहर से निपटने के लिए स्पुतनिक V वैक्सीन की मंजूरी मिलने के बाद टीकाकरण तेजी से किया जा सकेगा। भारत में स्पुतनिक V वैक्सीन को डॉ रेड्डी द्वारा बेचा जाएगा। रायटर ने जब इस खबर को लेकर संपर्क करना चाहा तो, न तो डॉ रेड्डी और न ही भारत के ड्रग्स बोर्ड ने इस पर कोई तत्काल टिप्पणी की। बीते वर्ष सितंबर में डा. रेड्डी ने रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (RDIF) के साथ भारत में स्पूतनिक V के क्लिनिकल ट्रायल व वितरण अधिकार के लिए साझेदारी की घोषणा की थी।
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