नई दिल्ली (आईएएनएस)। कांग्रेस के दिवंगत नेता और यूपी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी का मंगलवार को कार्डियक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया। 40 वर्षीय रोहित शेखर तिवारी को मैक्स अस्पताल के डाॅक्टरों ने मृत घोषित किया था। रोहित शेखर तिवारी की माैत से उनके परिजन काफी दुखी हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक रोहित की मां उज्जवला का कहना है कि उनकी डेथ नेचुरल है और किसी पर उन्हें किसी तरह की साजिश आदि का कोई शक नहीं है। उन्होंने कहा कि बाद में वह बताएंगी कि किन परिस्थितियों में उनकी मौत हुई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है
वहीं डीसीपी विजय कुमार ने कहा कि रोहित तिवारी के शरीर पर कोई चोट नहीं थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि रोहित की मां उज्जवला अपने चेकअप के लिए मैक्स हॉस्पिटल में ही थीं। इस दाैरान उन्हें रोहित की तबियत खराब होने को लेकर फोन आया था। रोहित की नाक से खून बह रहा था। मैक्स हेल्थकेयर के एक आधिकारिक बयान के अनुसार उज्जवला एम्बुलेंस के साथ घर पहुंची। इसके बाद रोहित शाम 4.41 बजे मैक्स अस्पताल पहुंचे। यहां उन्हें अस्पताल की इमरजेंसी में मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद प्रशासनिक अफसरों को इसकी जानकारी दी गई।
एनडी तिवारी : सबसे पहले पूछते थे मजदूरों का हाल, फोन न उठने पर अफसरों से करते थे ऐसा बर्ताव
आख़िरकार एनडी तिवारी ने रोहित को माना बेटारोहित ने छह साल तक कानूनी लड़ाई लड़ी
रोहित शेखर तिवारी ने एनडी तिवारी ने अपना पुत्र मानने से इंकार कर दिया था। ऐसे में रोहित ने अपने आप को एनडी तिवारी का पुत्र साबित करने के लिए छह साल तक कानूनी लड़ाई लड़ी। उन्हें जीत हासिल हुई। 24 अप्रैल, 2014 को दिल्ली हाई कोर्ट ने डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट को आधार मानते हुए रोहित तिवारी को बाॅयलाॅजिकल एनडी तिवारी का पुत्र घोषित कर दिया था। इसके बाद तिवारी ने 2014 में 89 साल की उम्र में रोहित शेखर की मां उज्जवला से शादी की थी। बता दें कि यूपी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने बीते साल 18 अक्टूबर में 93 साल की उम्र में अंतिम सांस ली थी।
National News inextlive from India News Desk