डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पार्रिकर ने थर्सडे को आरोप लगया कि कुछ फॉरमर प्राइम मिनिस्टर्स ने नेशनल सिक्योरिटी से जुड़े देश के मैरीन सिक्योरिटी नेट से समझौता किया, लेकिन पार्रिकर ने उनके नाम मेंशन करने से परहेज किया. डिफेंस मिनिस्टर ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान से आ रही बोट के अगेंस्ट कोस्ट गार्डस के ऑपरेशन का डिटेल नहीं दिया क्योंकि उसका र्सोस बताना डेंजरस हो सकता था. डीप एसेटस के मैकेनिज्म को डेवलप करने में 20 से 30 साल लग जाते हैं. दुखद यह है कि कुछ ऐसे प्राइम मिनिस्टर्स हुए जिन्होंने इन्हें जोखिम में डाला. उन्होंने कहा कि वह नाम पब्लिक करने नहीं जा रहे, बहुत लोग जानते हैं. इस पर कांग्रेस लीडर मनीष तिवारी ने ट्वीट करके उनसे उन कुछ 'प्राइम मिनिस्टर्स' के नाम का खुलासा करने की डिमांड की है.
पार्रिकर ने नेशनल सिक्योरिटी से जुड़े हिंदी वीकली ‘विवेक’ के स्पेशल इश्यू के रिडेंपशन के बाद यह बात कही. कांग्रेस ने हाल में सस्पेक्टेड टेरेरिस्टस को लेकर आ रहे पाकिस्तानी बोट के अगेस्ट कोस्ट गार्डस के मूवमेंट के सुबूत मांगे जाने पर डिफेंस मिनिस्टर ने व्यंग्य करते हुए कहा कि कल से इस तरह के ऑपरेशन के दौरान हम लोग एक कैमरामैन के साथ कांग्रेस के स्पोक्समैन को भी लेकर जाएंगे. जनार्दन द्विवेदी पर कमेंट करते हुए पार्रिक्कर ने कहा कि आजकल कुछ भी निश्चय के साथ नहीं कहा जा सकता क्योंकि कांग्रेस स्पोक्स पर्सन ने मोदी सरकार के बारे में अच्छी बातें कहीं हैं.
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