अल-मसरी अल-यौम अखबार के अनुसार सड़क किनारे हुए बम धमाके में सैनिकों को ले जा रही एक बस को निशाना बनाया गया.
जुलाई में मोहम्मद मुर्सी को राष्ट्रपति पद से अपदस्थ किए जाने के बाद से सिनाई में सुरक्षा बलों पर हमले बढ़ गए हैं.
बुधवार को हुए हमले की अभी किसी गुट ने जिम्मेदारी नहीं ली है.
वैसे 2011 में होस्नी मुबारक की सत्ता खत्म होने के बाद से ही सिनाई प्रायद्वीप में अस्थिरता देखने को मिल रही है. वहां कई जिहादी गुट सक्रिय हैं जिनमें से कई का संबंध गाज़ा पट्टी से बताया जाता है.
हमले की निंदा
सिंतबर में मिस्र के सुरक्षा बलों ने सिनाई में चरमपमंथियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी, लेकिन इस इलाक़े में अक्सर बम धमाके हो रहे हैं. हाल के महीनों में वहां सुरक्षा बलों के 100 सदस्य मारे गए हैं.
बुधवार को हुआ हमला मोर्सी को अपदस्थ किए जाने के बाद से सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. इस हमले में 11 लोगों की मौत और 37 घायल हो गए.
अंतरिम प्रधानमंत्री हाजेम बेबलावी ने इस हमले की निंदा की है और कहा है कि सरकार 'इस तरह की आंतकवादी गतिविधियों' से निपटने के सभी विकल्पों पर विचार कर रही है.
वहीं सैन्य प्रवक्ता ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि सेना 'काले आंतकवाद' से निटपने की अपनी मुहिम जारी रखेगी.
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