मुंबई (एएनआई)। शिवसेना नेता संजय राउत ने हरियाणा के करनाल में किसानों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर सोमवार को नाराजगी जाहिर करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, किसानों पर हमला देश के लिए शर्मनाक घटना है। यह एक तरह की तालिबानी मानसिकता है। हरियाणा बॉर्डर के गाजीपुर बॉर्डर पर किसान लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं... अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। एसडीएम ने किसानों का सिर फोड़ने का आदेश दिया और सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है। यह सरकार कैसे कह सकती है कि यह गरीबों के लिए है और किसानों के लिए है? यह किसानों के 'मन की बात' भी नहीं सुनती है।
संजय राउत बाेले राजनीति में काम करने वालों को इस तरह की चिट्ठी आती
शिवसेना सांसद की यह टिप्पणी शनिवार को हरियाणा के करनाल में पुलिस कार्रवाई के दौरान कई किसानों के घायल होने के बाद आई है। रविवार को लाठीचार्ज में घायल एक किसान की भी मौत हो गई। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब को तलब किया। इस पर संजय राउत ने कहा, ''हमारे परिवहन मंत्री अनिल परब को ईडी की ओर से अचानक नोटिस मिला था। यह हमारे लिए कोई बड़ी बात नहीं है। यह डेथ वारंट नहीं है। यह हमारे लिए मेडल है। ईडी ने भाजपा के कार्यालय में सर्वश्रेष्ठ अधिकारी या ईडी के कार्यालय में भाजपा के पदाधिकारी को रखा है। राजनीति में काम करने वालों को इस तरह की चिट्ठी आती है।
महा विकास अघाड़ी सरकार बहुत मजबूत है और भाजपा इसे नहीं तोड़ सकती
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार बहुत मजबूत है और भाजपा इसे नहीं तोड़ सकती। सरकार दो साल से सत्ता में है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीवार नहीं टूटेगी, चाहे आप कितनी भी कोशिश कर लें। हम प्रेम पत्र का स्वागत करते हैं। आप चाहे कितने भी पत्र भेज दें, हमारे लाखों शिवसैनिक तैयार हैं। हरियाणा पुलिस ने शनिवार को बस्तर टोल प्लाजा के पास प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया, जहां वे एक कार्यक्रम के विरोध में बड़ी संख्या में एकत्र हुए थे। उस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल होने वाले थे। घटना के बाद, एक वीडियो की एक क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
एसडीएम आयुष सिन्हा को कथित तौर पर पुलिसकर्मियों को लाठी चलाने को कहा
पीलीभीत के भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी ट्वीट किया था, जिसमें करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा को कथित तौर पर पुलिसकर्मियों को "उनके (किसानों का) सिर फोड़ने" का निर्देश देते हुए देखा जा सकता है। ताकि उन्हें आगे बढ़ने से रोका जा सके और किसी को सुरक्षा घेरा नहीं तोड़ने दिया जा सके। हालांकि बाद में वायरल क्लिपिंग पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए, आयुष सिन्हा ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि, कई जगहों पर पथराव शुरू हो गया था ... ब्रीफिंग के दौरान आनुपातिक रूप से बल प्रयोग करने के लिए कहा गया था।
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