मुंबई (पीटीआई)। यूएस बैंक की नाकामी ने भारतीय शेयर बाजार को चिंता में डाल दिया है। सोमवार को बैंकिंग, फाइनेंस और ऑटो सेक्टर में भारी अिकवाली होने की वजह से लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट के बाद सेंसेक्स 900 अंक गिरकर 59 हजार से नीचे बंद हुआ। ब्याज दरों में वैश्विक बढ़ोत्तरी के डर के बीच विदेशी निवेश के पलायन और कमजोर घरेलू मुद्रा ने मार्केट के सेंटीमेंट को और खराब करने का काम किया।
शुरुआती कारोबार में 375 अंक चढ़ने के बाद सेंसेक्स बढ़त कायम नहीं रख पाया और 897.28 अंक यानी 1.52 फीसदी गिरकर 58,237.85 पर बंद हुआ। एक शेयर छोड़कर लगातार 29 शेयर गिरावट में रहे। दिन में 58,094.55 के निचले और 59,510.92 ऊंचे स्तर पर रहा।
एनएसई निफ्टी 258.60 अंक या 1.49 प्रतिशत गिरकर 17,154.30 पर बंद हुआ, इसके 45 शेयर लाल रंग में रहे।
मेजर लूजर, मेजर गेनर
सेंसेक्स पैक में इंडसइंड बैंक सबसे ज्यादा 7.46 प्रतिशत गिरा, इसके बाद एसबीआई, टाटा मोटर्स, एमएंडएम, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक और इंफोसिस का स्थान रहा। इसके उलट टेक महिंद्रा मेजर गेनर रहा। बीएसई स्मॉलकैप गेज में 2.08 प्रतिशत और मिडकैप इंडेक्स में 1.82 प्रतिशत की गिरावट आई।
एशियाई बाजारों में, शंघाई, हांगकांग और सियोल हरे रंग में रहे, जबकि टोक्यो नीचे बंद हुआ। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
रुपये में गिरावट
सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे की गिरावट के साथ 82.16 पर बंद हुआ।
कच्चा तेल गिरा
अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.79 फीसदी गिरकर 81.30 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई यानी फॉरेन पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स यानी ने शुक्रवार को 2,061.47 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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