कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Shani Jayanti 2021: शनिदेव नवग्रहों में न्यायाधिपति का पद पर विराजते हैं। शनि कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। ऐसे में शनि देव को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक शनिवार को लोग अपनी-अपनी मान्यता और श्रद्धा के अनुसार दान, पूजा करते हैं, लेकिन शनि की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए शनि जयंती से अच्छा कोई और दिन नहीं है। खास कर उन लोगों के लिए शनि जयंती और खास है जो लोग शनि साढ़े साती और ढैय्या से परेशान हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित राजीव शर्मा के अनुसार शनि जयंती पर राशि अनुसार दान करने से शनिदेव जी जल्दी प्रसन्न होंगे और कल्याण होगा।
मेष
इस राशि के जातक एक काले कपड़े में साबुत काली उड़द, सात लोहे की कीलें,पांच कोयले के टुकड़े रखकर सात गांठें लगाएं। इसके बाद उसे अपने सिर से उतार कर किसी डाकोत को दें। इस दाैरान और ॐ शान्ताय नमः मंत्र का जाप करें।
वृष
इस राशि के जातक सरसों के तेल से शनि देव का अभिषेक करके 108 दीपक प्रज्वलित करें। इसके साथ ही शनि मंत्रों का जाप करें।
मिथुन
इस राशि के जातक सात प्रकार के अनाज ज्वार,बाजरा,मूंग,मोट, गेहूं,मसूर और उड़द मिलाकर अपने ऊपर से उतार कर पक्षियों को दें। इसके अलावा हनुमानजी के मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करें।
कर्क
इस राशि के जातक काले जूते, काले कपड़े व लोहे का बर्तन किसी जरूरतमंद को दान में दें। इसके अलावा भगवान शिव के मंदिर में 5 बादाम चढ़ाएं।
सिंह
इस राशि के जातक काली गाय की सेवा करें। पूजा करें और उनकी परिक्रमा करके उन्हें तिल के लड्डू खिलाएं। इसके साथ ही ॐ सूर्यपुत्राय नमः मंत्र की एक माला जाप करें।
कन्या
इस राशि के जातक 11 साबुत नारियल बहते जल में प्रवाहित करें। ॐ म्हनीयगुणात्मने नमः मंत्र की एक माला जाप करें।
तुला
इस राशि के जातक गेहूं के आटे की दो रोटी लेकर एक तरफ तेल और दूसरे पर घी लगा दें। घी वाली रोटी पर थोड़ा गुड़ रखकर काली गाय को खिला दें और दूसरी रोटी दूध में डालकर काले कुत्ते को खिलाएं। ॐ छाया पुत्राय नमः मंत्र का जाप करें।
वृश्चिक
इस राशि के जातक कांसे की कटोरी में सरसों का तेल भरकर उसमे घर के सदस्य मुंह देखकर छाया दान क दें। इसके बाद काले कपड़े में काले उड़द,दो काला कोयला और लोहे की कील रखकर सभी सामग्री डाकोत को दान करें।
धनु
इस राशि के जातक शनि जयंती के दिन हनुमानजी को चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर चोला चढ़ायें। इसके अलावा सुंदरकांड का पाठ करें।
मकर
इस राशि के जातक सूर्योदय के समय तांबे के लोटे में जल भरकर पीपल के वृक्ष में चढ़ाएं और ॐ शर्वाय नमः के मंत्र का जाप करें। इतना ही नहीं काले कुत्तों और बंदरों को लड्डू खिलाएं।
कुम्भ
इस राशि के जातक कुष्ठ रोगियों को भोजन कराएं। उन्हें चमड़े के जूते चप्पल, कंबल तेल,काला छाता, कपड़े आदि का दान दें। संध्याकाल के समय पीपल के वृक्ष में जल,दूध,शहद,शक्कर,गुड़,गंगाजल मिश्रित मीठा जल काले तिल के साथ चढ़ाएं।
मीन
इस राशि के जातक हनुमानजी, भैरवजी,शानिदेव जी के दर्शन करें। इसके साथ ही शनि मंदिर में राजा दशरथ द्वारा रचित दशरथकृत शनि स्तोत्र का पाठ करने से लाभ होगा।
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