मुंबई (पीटीआई)। ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की चिंता से बीच एनर्जी, फार्मा और बैंकिंग शेयरों में अिकवाली के कारण सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार आठवें दिन गिरावट जारी रही, जो साढ़े तीन सालों में सबसे ज्यादा है।
मिलेजुले ग्लोबल रुख, एफआईआई की अिकवाली और मैक्रोइकनॉमिक डेटा रिलीज होने से पहले निवेशकों द्वारा सावधानी बरतने से भी मार्केट के सेंटीमेंट प्रभावित हुए।
शुरुआती बढत के बाद बीएसई सेंसेक्स 26.23 अंक यानी 0.55 फीसदी गिरकर अपने चार महीने के निचले स्तर 58,962.12 पर आ गया। दिन में 492.38 अंक यानी 0.83 फीसदी गिरकर 58,795.97 पर आ गया।
वहीं, एनएसई निफटी 88.75 अंक यानी 0.51 फीसदी गिरकर चार माह से नीचे पर आ गया। इसके 33 शेयरों में गिरावट देखने को मिली।
अिग लूजर, अिग गेनर्स
सेंसेक्स पैक में सबसे ज्यादा Reliance Industries में दो फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। Tata Steel, Bajaj Finserv, ITC, NTPC, Bharti Airtel, Tech Mahindra, Titan, Axis Bank और Bajaj Finance सबसे बड़े लूजर रहे। वहीं, Asian Paints, Mahindra & Mahindra, Power Grid, UltraTech Cement, Tata Motors और HDFC प्रमुख गेनर्स में शुमार रहे।
एशियाई बाजारों में बढ़त
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया, जापान, चीन बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि हांगकांग लाल निशान में बंद हुआ। यूरोप में इक्विटी एक्सचेंज ज्यादातर कम कारोबार कर रहे थे। सोमवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय मंगलवार शाम को दिसंबर तिमाही के आंकड़ों के साथ 2022-23 के लिए सकल घरेलू उत्पाद का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी करेगा।
कच्चा तेल का भाव बढ़ा
अंतर्राष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.67 प्रतिशत बढ़कर 83 डॉलर प्रति बैरल हो गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने सोमवार को 2,022.52 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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