क्रिस बेकन: यह किसी इंसान का नहीं बल्िक पिग का नाम है। दुनिया भर में व्हीलचेयर पर चलने वाले जानवरों में Chris P. Bacon शायद सबसे ज्यादा पॉपुलर है। टीवी शोज से लेकर मैगजीन कवर और तमाम चैरिटी इवेंट की शान बन चुका है क्रिस। क्रिस नाम का यह सुअर जब पैदा हुआ था तो उसके पिछले दोनों पैर थे ही नहीं। चलने में अक्षम क्रिस को एक जीव विज्ञानी ने गोद ले लिया और कई इंस्ट्रमेंट्स और ट्वायज को जोड़कर उसके लिए बेहतरीन व्हीलचेयर बना डाली। अब इस व्हीलचेयर पर क्रिस ही जगह घूमता फिरता है।
ईथेल- खरगोश: इस क्यूट व्हाइट खरगोश को अपने जन्म के समय से ही रीढ़ की बीमारी थी। इस कारण वो अपने पिछले पैरों को महसूस भी नहीं कर पाता था। इसके मालिक ने Ethel की लाइफ को बेहतर बनाने के लिए उसे सिर्फ एक व्हीलचेयर नहीं दी बल्िक उसकी बैकबोन को सपोर्ट देने वाला सिस्टम भी साथ में जोड़ दिया। इस स्पेशल व्हीलचेयर का फायदा यह हुआ कि अब ईथेल न सिर्फ चल सकता है बल्िक अपने पैरों को महसूस भी कर सकता है।
ब्लेड- कछुआ: ओह माई गॉड यहां तो कछुआ भी व्हीलचेयर पर चलता है। कछुए की पीठ तो लोहे सी होती है लेकिन Blade नाम का इस कछुए को हड्डियों की ऐसी बीमारी है कि वो अपने पैरो और पेट पर शरीर का वजन उठा नहीं सकता। जब ब्लेड की यह प्रॉब्लम इसकी मालकिन को पता चली तो उसे डॉक्टर को दिखाया गया। वहां इसकी बीमारी का तो हल नहीं निकला लेकिन उसे मिल गया एक छोटा सा स्केटबोर्ड। अब ब्लेड इस स्केटबोर्ड पर अपने पैरों की मदद से आराम से कहीं भी जा सकता है।
होल्ली 'ऊँट': दक्षिण अमेरिका में पाया जाने वाला ऊँट Holli प्रीमेच्योर पैदा हुई थी। यह मादा ऊँट कुछ बड़ी हुई थी कि एक बार कुछ कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले में होल्ली की बैकबोन डैमेज हो गई। इसके बाद लकवे के कारण उसका चलना फिरना मुश्किल हो गया। इसकी केयरटेकर जुमवाल्ट ने हार नहीं मानी और एक्यूप्रेशर से लेकर तमाम थेरेपी यूज करने के बाद उसके लिए यह व्हीलचेयर बना दी। अब होल्ली मजे से चल फिरकर कहीं भी जा सकती है।
एस्टेला- गुयाना पिग: एक बड़े चूहे सा दिखने वाला गुयाना पिग Estella सड़के के किनारे ऐसे हाल में मिला था कि उसकी पिछली दोनों टांगे कसकर बांधे जाने से वो डैमेज हो गई थीं। एक एनिमल सेंचुरी ने जब इसे गोद लिया तो उसके लिए एक कस्टम व्हीलचेयर का जुगाड करने के लिए फेसबुक का सहारा लिया गया। फेसबुक पर पोस्ट किए जाने के कुछ ही समय के भीतर कई लोगों ने एस्टेला की मदद के लिए एक खास व्हीलचेयर बना ही डाली। अब एस्टेला भी दौड़ दौड़कर अपनी लाइफ को इंज्वाय कर रहा है।
फ्रोस्टी- बकरी: यह छोटी सी स्नो गोट यानि बकरी अपने जन्म से ही ऐसी बीमारी से ग्रसित थी कि वो अपनी पिछली टांगे हिला भी नहीं सकती थी। उसकी इस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन निकाला गया इस कस्टम व्हीलचेयर से। नन्हीं सी उम्र में Frostie अपनी हिम्मत और व्हीलचेयर के दम पर जिंदगी को आराम से जी पा रही है।
फ्लिपर- कैट: इस क्यूट बिल्ली के पैरों और कूल्हे की हड्डियां जन्म से ही ऐसी थीं कि वो अपने पिछले पैरों को चला नहीं सकती थी। जब ब्िलट्ज रोबोटिक्स क्लब मेंबर्स को Flipper की यह फिजिकल प्रॉब्लम नजर आई, तो उन्होंने फ्लिपर के लिए कुछ करने की सोची। इन लोगों ने फ्लेक्सिबल स्ट्रैप और बेल्ट की मदद से फ्लिपर के लिए बना दी एक खास व्हीलचेयर। अब फ्लिपर अपनी व्हीलचेयर पर आराम से घूमती फिरती है।
रूजर- घोड़ा: नन्हां रूजर एक अजीब बीमारी के कारण जन्म से चल फिर नहीं सकता था। फिर उसे मिली एक शानदार व्हीलचेयर। अपनी इस खास व्हीलचेयर में फिट होकर और पैरों में शूज पहनकर Roozer Brewz शानदार स्पीड में दौड़ सकता है।
रूजवेल्ट- कुत्ता: जन्म से खराब अगले पैरों के कारण Roosevelt अपने पिछले पैरों के सहारे कुछ दूर तक ही घिसट पाता था। फिर उसकी जिंदगी बदल दी एक खास व्हीलचेयर ने। यह व्हीलचेयर रूजवेल्ट के अगले पैरों को सहारा देता है। जिससे अब यह नन्हां सा डॉगी खूब जमकर दौड़ लगाता है। Image source
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