शादी से पहले टेस्ट
लड़के ने मेघा से शादी करने से पहले वर्जिनिटी टेस्ट कराने की मांग रखी। उसका कहना था की अगर उसकी नहीं मानी गई तो वह शादी नहीं करेगा। उसके फौरन बाद ही मेघा को होनेवाली दोनों ननद राजाजीनगर अस्पताल में जांच के लिए ले गई। लेकिन, अस्पताल की इस जांच में मेघा सफल रही और उसके बाद साल 2011 में शादी हो गई। उसकी शक की हदें दिन पर दिन बढ़ने लगी। पति के इस गैर जिम्मेदाराना शर्त के चलते मेघा को काफी दिक्कत हुई लेकिन जांच में पास होने के बाद उसमें काफी आत्मविश्वास आया। लेकिन शक्की इंजीनियर पति को लग रहा था कि मेघा ने जांच में उसे धोखा दिया है। जिसके बाद उसकी असुरक्षा कई मायनों में सामने आने लगी और इंजीनियर पति लगातार मानसिक तौर पर उसे परेशान करने लगा। शादी के पांच वर्षों के बाद परेशान मेघा ने पुलिस से अपने शक्की पति और उसको मदद करने के आरोप में अपने ससुर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ देहज प्रताड़ना का केस दर्ज किया है।
पुलिस को सब बताया
पुलिस के मुताबिक, दोनों की जान-पहचान मेट्रोमोनियल वेबसाइट के जरिए 2011 में हुई थी। उस वक्त मेघा का पति विदेश से पीएचडी कर रहा था। वो जब छुट्टियों में भारत आया उस समय दोनों की सगाई हुई थी। सगाई के बाद मेघा के मंगेतर ने फेसबुक पर मेघा की तरफ से डाले गए कुछ ऐसे फोटोग्राफ्स देखे जिसमें मेघा अपने कुछ दोस्तों के साथ थी तो उसे मेघा पर शक हुआ। जिसके बाद उसके मंगेतर ने मेघा से इस बात पर जोर दिया कि अगर वो अपनी शादी चाहती हो तो वो अपना वर्जिनिटी टेस्ट कराए।
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