पं राजीव शर्मा (ज्योतिषाचार्य)। सावन के सोमवार का व्रत रखने पर विशेष फल मिलता है। शिव की भक्ति में डूबकर भक्तगण व्रत रखते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। इस बार सावन मास में चार सोमवार पड़ रहे हैं। दिनांक 18, 25 एवं 8 अगस्त के "वन सोमवार" बेहद खास
इस बार श्रावण मास "अशून्य शयन व्रत " से आरम्भ हो रहा है। 14 जुलाई 2022 को यह (द्वितीया तिथि ) चंन्द्रोदय व्यपिनी है।
श्रावण के प्रथम सोमवार से आरम्भ करके सोलह सोमवार व्रत करना चाहते हैं तो यह काम्य प्रयोग मनोकामना पूर्ति के लिए अचूक साधन सिद्ध होग़ा।
श्रावण मास का पहला सोमवार(18 जुलाई 2022,सोमवार)
पहला वन सोमवार(खास):- पूर्णा तिथि(सभी शुभ कार्यों को सिद्ध करने वाली),पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र एवं शोभन योग।इस दिन कुमार योग सूर्योदय से माध्यन्ह 12:24 बज़े तक। रवि योग।
दूसरा वन सोमवार,( 25 जुलाई 2022):- इस दिन "सोम प्रदोष व्रत" भी है इस दिन अमृत सिद्ध योग, सर्वार्थ सिद्ध योग पूरे दिन रहेगा। शिव कृपा प्राप्ति का यह सबसे शुभ दिन है।
तीसरा वन सोमवार(1 अगस्त 2022):- इस दिन "वरद चतुर्थी, दूर्वा गणपति व्रत" इस दिन से रोटक व्रत आरम्भ होंगे।
चौथा अंतिम वन सोमवार(8 अगस्त 2022):- इस दिन एकादशी तिथि(नंदा तिथि )(कार्य पूर्ण करने वाली ),पू. फा. नक्षत्, परिधि योग रहेगा।