रियाद, सऊदी अरब (एएनआई)। सऊदी अरब में नाबालिकों के लिए अब मौत की सजा को समाप्त कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब से जो किशोर (लड़का या लड़की) किसी भी अपराध में दोषी पाया जाता है तो उसे फांसी की सजा नहीं होगी। बता दें कि इस सजा को खत्म करने के लिए शाही डिक्री पारित किया गया है। सोमवार को सऊदी मानवाधिकार आयोग (एचआरसी) के अध्यक्ष अवध अलावाद ने कहा, 'यह डिक्री हमें एक और आधुनिक दंड संहिता स्थापित करने में मदद करती है और साथ ही विजन 2030 के हिस्से के रूप में हमारे देश के सभी क्षेत्रों में प्रमुख सुधारों के माध्यम से राज्य की प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करती है। इसके अलावा सीधे क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान की निगरानी में यह बदलाव हो रहे हैं। कई अन्य चीजों में भी सुधार किए गए हैं, जो जल्द ही सामने आएंगे।'
कोड़े की मार वाली सजा को भी किया गया खत्म
इससे पहले, सऊदी अरब ने मानवाधिकार में सुधार करते हुए 'कोड़े की मार' वाली सजा को खत्म कर दिया था। अलावाद ने कहा कि हाल के फैसले यह दर्शाते हैं कि सऊदी अरब कैसे "अपने महत्वपूर्ण मानवाधिकार सुधारों को साकार करने" की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने आगे कहा, 'हमें विश्वास है कि सऊदी अरब किंग सलमान और क्राउन प्रिंस के नेतृत्व में विजन 2030 को लेकर कानून व सजा में जो भी सुधार हो रहे हैं, उससे हमारे नागरिकों व देश को काफी फायदा होगा। वह अब देश में ठीक अच्छी लाइफ जी सकते हैं।' बता दें कि सऊदी अरब में अब महिलाएं अकेले रेस्तरां और कैफे में जा सकती हैं। इससे पहले, सऊदी अरब में महिलाओं को अकेले रेस्तरां में जाने पर प्रतिबंध था। बता दें कि पहले महिलाएं किसी पुरुष रिश्तेदार के साथ ही रेस्त्रां में जा सकती थीं। नगरपालिका और ग्रामीण मामलों के मंत्रालय ने 9 दिसंबर को कहा कि रेस्तरां के लिए कई आवश्यकताओं को खत्म करने का फैसला लिया गया है, अब सऊदी में जेंडर के आधार पर रेसतरां में अलग-अलग प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं होगी।
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