क्या कहती है जांच रिपोर्ट
महाराष्ट्र के अपर पुलिस महानिदेशक (जेल) मीरान बोरवंकर ने राज्य के गृह विभाग को इस बारे में रिपोर्ट सौंपी है. इसमें कहा गया है कि जब संजय दत्त ने अपने खराब स्वास्थ्य के आधार पर फरलो की अवधि 14 दिन और बढ़ाने के लिए आवेदन दिया तो मुंबई पुलिस और जेल प्रशासन के बीच समन्वय का अभाव था. बोरवंकर ने कहा, मैंने तीन दिन पहले ही जांच रिपोर्ट गृह विभाग को सौंप दी है. संजय दत्त का फरलो से दो दिन अधिक रहना नियमों का उल्लंघन है. अब ऐसे में कोई भी इन नियमों की अवहेलना करता है तो उसे कार्रवाई का सामना करना होगा.

10 दिनों की छुट्टी कट जायेगी
बोरवंकर ने आगे बताते हुये कहा कि, संजय दत्त को तभी जेल लौट आना चाहिए था जब उनकी छुट्टी बढ़ाने के आवेदन पर विचार किया जा रहा था. फिलहाल अब स्थिति उनके विपरीत हो गई है और उन्हें नियम के उल्लंघन पर सजा तो भुगतनी ही होगी. वहीं दूसरी ओर एक अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि जेल नियमावली के अनुसार, एक दिन अधिक रहने के स्थिति मुजरिम का आगे के दिनों में मिलने वाले फरलो में 5 दिन काट लिए जाते हैं. अब ऐसे में संजय दत्त ने 2 दिन अधिक ले लिया है, तो उनके शेष बचे अवकाश के दिनों में से 10 दिन काट लिए जाएंगे.

फरलो पर आते रहे हैं बाहर
अभिनेता दत्त पिछले साल दिसंबर में पुणे की यरवदा जेल से 14 दिनों के फरलो पर छुटे थे उन्हें इस साल आठ जनवरी को जेल लौट आना था. 27 दिसंबर को अभिनेता ने अपने स्वास्थ्य का आधार बाना कर फरलो की अवधि बढ़ाने के लिए आवदेन दिया लेकिन अवकाश के आखिरी दिन तक आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया. आठ जनवरी को दत्त ने समर्पण करने के लिए मुंबई आवास छोड़ा लेकिन जेल अधिकारियों ने उनके आवेदन पर कोई निर्णय नहीं लिया और वह लौट गए. फिलहाल खबरें तो यहां तक आ रही हैं कि, संजय दत्त को बार-बार फरलो देकर अन्य कैदियों के साथ पक्षपात भी किया जा रहा है.

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