कानपुर। क्रिकेट मैदान पर विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे पूर्व श्रीलंकाई कप्तान सनथ जयसूर्या को बड़ा झटका लगा है। मंगलवार को आईसीसी ने जयसूर्या को आचार संहिता उल्लंघन के लिए दो साल के लिए बैन कर दिया। इस दिग्गज बल्लेबाज पर यह प्रतिबंध 15 अक्टूबर 2018 से लागू होगा। जयसूर्या पर यह कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि उन्होंने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड में चल रहे भ्रष्टाचार की जांच कर रही आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट का साथ नहीं दिया। बाएं हाथ के बल्लेबाज रहे जयसूर्या ने दो बार आईसीसी के एंटी करप्शन कोड का उल्लंघन किया। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के सेलेक्टर पद पर रहने के दौरान जयसूर्या की भूमिका पर सवाल खड़े हुए थे।


नहीं दिया था अपना मोबाइल
दो साल का बैन लगने के बाद जयसूर्या ने टि्वटर पर इस पूरे मामले का जिक्र किया। वह लिखते हैं कि उन्होंने जांच के दौरान अपना मोबाइल फोन देने से मना कर दिया था। इसके ठीक एक दिन बाद एंटी करप्शन यूनिट ने उन पर बैन लगा दिया। हालांकि जयसूर्या यह भी कहते हैं कि उन्होंने अपनी तरफ से जांच में पूरा सहयोग दिया था।'


क्यों हो रही थी जांच
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड में काफी सालों से भ्रष्टाचार फैला है। ऐसे में आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट ने पिछले साल ही जांच शुरु कर दी थी। इस जांच का मकसद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड में हो रहे करप्शन को जड़ से खत्म करना था साथ ही दोषियों को सजा देना है। श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड साल 2017 में ही एसीयू के संदेह में आ गई थी। जब जिंबाब्वे जैसी टीम ने श्रीलंका को उन्हीं के घर पर वनडे सीरीज में मात दी थी। उस वक्त जयसूर्या श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के मुख्य चयनकर्ता थे। हालांकि काफी विवाद के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में एसीयू जयसूर्या से जांच में सहयोग देने की बात कह रही थी।

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