सैमसंग जेड नाम का यह स्मार्टफोन रूस में मिलेगा और जुलाई से सितबंर के बीच बाजार में उपलब्ध होगा. हालांकि अभी तक इसकी कीमत नहीं बताई गई है.
अधिकांश सैमसंग फोन ऐंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते आए हैं, लेकिन दक्षिण कोरियाई कंपनी चिपमेकर इंटेल के साथ मिलकर इससे अलग एक वैकल्पिक ऑपरेटिग सिस्टम तैयार करने में लगी थी.
और इस तरह टाईजेन साकार हुआ.
वैकल्पिक ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित करने की कवायद के पीछे मकसद ऐंड्रॉयड विकसित करने वाले गूगल पर सैमसंग की निर्भरता में कमी लाना था.
कंपनी इस फोन को सैनफ्रांसिस्को में इस हफ्ते होने वाले टाईजेन डेवेलपर कांफ्रेंस में प्रदर्शित करेगी.
नया ऑपरेटिंग सिस्टम
वर्तमान में सैमसंग दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली ऐंड्रॉयड उपकरणों की निर्माता कंपनी है.
एचटीसी, सोनी, एलजी और हुवाई जैसी सैमसंग की कई प्रतिद्वंद्वी कंपनियां अपने उपकरणों को चलाने के लिए ऐंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का ही इस्तेमाल करती हैं.
लेकिन स्मार्टफोन के क्षेत्र में मुकाबला बढ़ते जाने और विकास दर घटते जाने से सैमसंग प्रतिद्वंद्वियों पर अपनी बढ़त बनाए रखने के लिए वैकल्पिक रास्ते तलाश रहा था.
और इसी में से एक विकल्प के रूप में टाइजेन सामने आया. सैमसंग इस प्रोजेक्ट पर काफी समय से काम कर रहा था.
टाइजेन यानी सैमसंग के गैजेट्स के लिए एक नया ऑपरेटिंग सिस्टम.
अब सैमसंग सॉफ्टवेयर निर्माताओं को उत्साहित करने का भी प्रयास कर रहा है. इसका कहना है कि ज्यादा निर्माताओं को इस ओर आकर्षित करने के लिए, टाईजेन स्टोर सभी निर्माताओं को एक साल के लिए विज्ञापन संबंधी खास कार्यक्रम की पेशकश करेगा.
अपना ऐप स्टोर होने के कारण सैमसंग को ऐप डाउनलोड से काफी आमदनी होने की संभावना है.
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