संभल (एएनआई/आईएएनएस)। Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कोर्ट के आदेश पर एक मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा के बाद से यहां पर माहौल काफी तनावपूर्ण है। कथित पथराव और झड़प में तीन लोगों नईम, बिलाल और नीमन नाम के तीन लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा अधिकारियों (सीओ संभल, एसपी संभल के पीआरओ, एक एसडीएम) सहित करीब 20 से 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि अन्य घायलों को छर्रे लगे हैं। इस मामले में अब तक करीब 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत आरोप लगाए जाएंगे। एहतियात के तौर पर पूरे जिले में इंटरनेट सेवाएं एक दिन के लिए बंद कर दी गई हैं।
कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया
संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पैंसिया ने कहा, "सर्वेक्षण अदालत के आदेश के अनुसार किया जा रहा था। पिछली बार सर्वेक्षण पूरा नहीं हो सका था इसलिए रविवार सुबह 7 बजे से 11 बजे का समय चुना गया था क्योंकि इस दौरान कोई नमाज नहीं पढ़ी जाती है और प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से पूरी की जा सकती थी। सर्वेक्षण शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था, कोई व्यवधान नहीं हुआ। जामिया समिति इस प्रक्रिया में सहयोग कर रही थी।" हालांकि, उन्होंने कहा कि बाहर कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया।
आंसू गैस का इस्तेमाल किया
संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कुछ लोगों ने बच्चों को सामने खड़ा कर दिया और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। वाहनों में आग भी लगा दी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। धारा 163 जिसे पहले धारा 144 के नाम से जाना जाता था, लगा दी गई है। उन्होंने कहा गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शनकारियों को भड़काने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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