इस कार रेस के 18 दिसंबर से शुरू होने की उम्मीद है. इसमें टीम की प्राइस 50 लाख डॉलर होगी. सात हफ्ते में होने वाली 14 रेसों के कैलेंडर में नौ टीमें एशिया के सात सिटीज में चैलेंज पेश करेंगी. हर टीम की दो-दो कारें रेस में हिस्सा लेंगी.

sachin ka ‘car’obar

नौ टीमें होंगी

इवेंट के प्रमोटर एम मोटरस्पोट्र्स के सीईओ एम दर्शन के मुताबिक क्रिकेट और बालीवुड स्टार्स समेत और कुछ इंडस्ट्रियलिस्ट्स ने इंडियन सिटीज बेस्ड नौ फ्रेंचाइजी टीमों को खरीदने में पहले ही काफी इंट्रेस्ट दिखाया है. इस बाबत तेंदुलकर और युवराज सिंह से भी कांटैक्ट किया गया है. यह पूछने पर कि क्या इसके लिए इंडियन क्रिकेट कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी से भी कांटैक्ट किया गया है, दर्शन ने कहा कि मैं इस पर कोई रिएक्शन नहीं दे सकता. दर्शन ने कहा कि क्रिकेटर अगर चाहें तो एक ग्रुप बनाकर भी फ्रेंचाइजी टीम खरीद सकते हैं. प्रमोटर्स ने बताया कि टीम ओनर्स के अलावा ब्रॉडकास्टिंग पार्टनर्स का अनाउंसमेंट आने वाले हफ्तों में किया जाएगा.

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सचिन का कार कनेक्शन

महान बैट्समैन सचिन तेंदुलकर फार्मूला वन के बड़े फैन हैं. अभी हाल तक उनके पास फेरारी कार थी जिसे उन्हें इस कार प्रोड्यूसर कंपनी ने गिफ्ट में दिया था. उन्होंने यह कार सूरत के एक बिजनेसमैन को बेची. इसके अलावा सचिन 2003 में चेन्नई में गो-कार्टिंग रेस में भी पार्टिसिपेट कर चुके हैं. यह रेस एमआरएफ ने कराई थी. इस दौरान दो और ग्रेट बैट्समेन वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और फॉर्मर ऑस्ट्रेलियन कैप्टन स्टीव वॉ भी मौजूद थे.

The high points

    कुल नौ फ्रेंचाइजी होंगी. इन्हें 50 लाख डॉलर के बेस प्राइस पर बेचा जाएगा.

    हर फ्रेंचाइजी की दो कारें होंगी. इस तरह ग्रिड पर कुल 18 कारें उतरेंगी.

    हर टीम में एक इंडियन और एक फॉरेनर ड्राइवर होगा.

    सात एशियन कंट्रीज में रेस होगी. इसमें भारत में नई दिल्ली व चेन्नई, गल्फ कंट्रीज में में अबुधाबी, दोहा व दुबई, मलेशिया के क्वालालंपुर व थाईलैंड का पटाया शामिल है.

    हर वीकेंड पर एक क्वॉलिफाइंग सेशन और दो रेस होंगी. इस तरह चैंपियनशिप में कुल 14 रेसेज होंगी. रेस की लंबाई भी बहुत ज्यादा नहीं होगी.

    हर सिरीज में दो मिलियन यूएस डॉलर का ईनाम रखा गया है.

    फास्टेस्ट लैप्स के आधार पर ड्राइवर्स के लिए 7 अन्य अवॉड्र्स भी हैं.

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Craze in India

इंडिया में मोटरस्पोट्र्स की शुरुआत 1970 से हुई. तब विजय माल्या इंडिया में मैक्डॉवेल्स ग्रैंड प्रिक्स स्टैब्लिश करना चाहते थे. तब ऑटोमोबाइल रेसिंग का कांसेप्ट बिल्कुल शुरुआती स्टेज में थी. 1980 इंडियन मोटर स्पोर्ट सिनैरियो में चेंज आना शुरू हुआ. इसी साल हिमालयन कार रैली की शुरुआत हुई. नारायण कार्तिकेयन, हरि सिंह और करुण चंडोक ने इंडिया में मोटर स्पोट्र्स को पॉपुलैरिटी दिलाने में अहम रोल प्ले किया. आज इंडिया में मोटर स्पोर्ट का इंडिया में 20 करोड़ का मार्केट है.