कानपुर। भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में हुआ था। सचिन ने करीब दो दशक तक क्रिकेट खेला। इस दौरान उन्होंने कई रिकाॅर्ड बनाए। टेस्ट हो या वनडे सचिन से ज्यादा रन अभी तक कोई नहीं बना पाया है। सचिन को रिटायर हुए छह साल भी हो गए हैं। 16 नवंबर 2013 को सचिन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था। टेस्ट में 15,921 रन बनाने वाले सचिन ने अपने आखिरी मैच में 74 रन की पारी खेली थी।
2007 में खेला गया था वो मैच
सचिन तेंदुलकर ने अपने 24 साल के करियर में कुल 200 टेस्ट मैच खेले। इस दौरान वह कई यादगार मैचों का हिस्सा रहे लेकिन एक मैच ऐसा था, जो किसी और वजह से चर्चित रहा। दरअसल 2007 में भारतीय टीम साउथ अफ्रीकी दौरे पर थी। न्यूलैंड क्रिकेट ग्राउंड पर सीरीज का तीसरा टेस्ट खेला जा रहा था। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 6 रन पर 2 विकेट गंवा दिए थे। चौथा नंबर सचिन तेंदुलकर का था। सभी लोग इंतजार करते रहे कि अब शायद सचिन बल्लेबाजी करने आएं। साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी के साथ-साथ अंपायर भी इंतजार करते रहे लेकिन सचिन मैदान पर नहीं उतरे।
सचिन नहीं उतरे थे बल्लेबाजी करने
स्टेडियम में बैठा प्रत्येक दर्शक हैरान था कि आखिर सचिन बल्लेबाजी करने क्यों नहीं आ रहे। क्रिकेट के नियम के मुताबिक टेस्ट में किसी खिलाड़ी के आउट होने के 4 मिनट के भीतर नए बल्लेबाज को मैदान में आना होता है। सभी को उम्मीद थी कि सचिन आएंगे लेकिन 4 मिनट बीत गए कोई भी भारतीय बल्लेबाज मैदान पर नहीं आया। साउथ अफ्रीकी कप्तान ने अंपायर से जाकर बात की, आखिर वजह क्या है।
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यह थी वजह
बाद में पता चला कि साउथ अफ्रीकी टीम जब बल्लेबाजी कर रही थी, तब सचिन 18 मिनट तक मैदान से बाहर रहे थे। ऐसे में भारतीय पारी शुरु होने से 18 मिनट तक सचिन बल्लेबाजी करने नहीं आ सकते थे। अंपायर ने जब मैच रेफरी से इस बारे में बात की, तब जाकर पूरा मामला क्िलयर हुआ। हालांकि बाद में सचिन की जगह सौरव गांगुली मैदान पर बल्लेबाजी करने आए वो भी 6 मिनट बाद लेकिन साउथ अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ ने टाइम आउट की अपील नहीं की। अगर चाहते तो नियम के मुताबिक गांगुली को टाइम आउट दिया जा सकता था।
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