कीव (आईएएनएस)। यूक्रेन की अभियोजक जनरल इरीना वेनेडिक्टोवा ने कहा कि कीव से करीब 60 किलोमीटर दूर बूचा में मिले 410 नागरिकों के शवों की फोरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा जांच की गई है, और कहा गया है कि जो भी सबूत जुटाए गए हैं, उनकी जांच की जाएगी। बता दें ये सबूत इसलिए जुटाए जा रहे ताकि रूस पर युद्ध अपराध का मुकदमा चलाया जा सके। एक सोशल मीडिया पोस्ट में, वेनेडिक्तोवा ने कहा कि फोरेंसिक ब्यूरो के विशेषज्ञ डीएनए परीक्षण, शव परीक्षण और शवों के नमूने की जांच करेंगे।
मिली एक सामूहिक कब्र
रिपोर्ट के मुताबिक, 1 से 3 अप्रैल के बीच, उनमें से 140 शवों की पहले ही अभियोजकों और अन्य विशेषज्ञों द्वारा जांच की जा चुकी है। अभियोजक जनरल के अनुसार, "कीव इलाके में रूसी सेना द्वारा किए गए क्रूर युद्ध अपराधों के ये महत्वपूर्ण सबूत हैं। इससे बड़ा अमानवीय व्यवहार और क्या हो सकता है।' कीव क्षेत्र के नजदीक बूचा में रूसी सेना ने कहर ढाया हुआ। इस बात की पुष्टि बुका मेयर अनातोली फेडोरुक भी कर चुके हैं जिन्होंने घोषणा की कि शहर में एक सामूहिक कब्र की खोज की गई थी जहां लगभग 300 लोगों को दफनाया गया था। दर्जनों लाशें सड़कों पर पड़ी थीं, उनमें से कुछ के हाथ बंधे हुए थे। मेयर ने यह भी बताया कि उन्होंने कहा , नग्न महिलाओं के शव भी शहर की सड़कों पर पाए गए थे।
रूस का आरोपों से इनकार
राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने हत्याओं को "नरसंहार" करार दिया है। रविवार की रात एक वीडियो मैसेज में, उन्होंने कहा, "आपकी संस्कृति और आपकी मानवता यूक्रेन के नागरिकों के साथ मर गई है, जिनकी भूमि पर आप आए हैं। "राष्ट्रपति ने गठबंधन में शामिल होने के लिए यूक्रेन के निमंत्रण में देरी के लिए नाटो को भी फटकार लगाई। लेकिन रूस ने आरोपों से इनकार किया है कि उनका कहना है कि इन हत्याओं से रूसी सेना का कोई लेना-देना नहीं है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा, "माना कि बुका रूसी सशस्त्र बलों के नियंत्रण में था, लेकिन सेना ने वहां के नागिरकों को निशाना नहीं बनाया है। बूचा में नरसंहार की तस्वीरें और वीडियो जो प्रकाशित किए जा रहे हैं वो फर्जी हैं।
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