रूसी प्रधानमंत्री दिमेत्री मेदवेदेव ने कहा है कि कीएफ़ के अंतरिम प्रशासन ने 'सशस्त्र तख़्तापलट' किया है.
रूसी विदेश मंत्रालय का कहना है कि रूसी भाषाई क्षेत्रों में नागरिकों का दमन किया जा रहा है.
इससे पहले, यूक्रेन के अंतरिम आंतरिक मामलों के मंत्री ने जानकारी दी कि अपदस्थ राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच का गिरफ़्तारी वारंट जारी कर दिया गया है.
शनिवार को संसद में हुए मतदान में सांसदों ने विक्टर यानुकोविच को पद से हटाने के पक्ष में मतदान किया था. विक्टर यानुकोविच शुक्रवार रात को राजधानी कीएफ़ छोड़कर पूर्वी क्षेत्र चले गए थे लेकिन वे फिलहाल कहाँ हैं यह अभी तक पता नहीं हैं. रिपोर्टों के मुताबिक रविवार को उन्हें क्रीमिया प्रायद्वीप में देखा गया है.
रूस यूक्रेन से अपने राजदूत को पहले ही बुला चुका है. नवंबर में यानुकोविच ने यूरोपीय संघ के साथ होने वाले व्यापारिक समझौते को रद्द करते हुए रूस को तरज़ीह दी थी जिसके बाद से यूक्रेन में सरकार प्रदर्शन शुरू हुए थे.
अपदस्थ राषट्रपति यानुकोविच को लेकर यूक्रेन में सोशल मीडिया पर मज़ाकियां तस्वीरें भी पोस्ट की जा रही हैं.
रूसी समाचार एजेंसियों के मुताबिक मेदवेदेव ने कहा कि यूक्रेन के नए प्रशासन को मान्यता देने वाले पश्चिमी देश भूल कर रहे हैं.
मेदवेदेव ने कहा, "हम समझ नहीं पा रहे हैं कि वहाँ क्या हो रहा है. हमारे हितों और नागरिकों के लिए वास्तविक ख़तरा पैदा हो गया है."
रूसी प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन में रह रहे रूसी नागरिकों के बारे में चिंताएं आधारहीन हैं.
रविवार को यूक्रेन की संसद ने यानुकोविच सरकार द्वारा लाए गए एक क़ानून को रद्द करते हुए रूसी भाषा के अधिकारिक दर्ज़े को सीमित कर दिया.
इसी बीच, यूक्रेन के नए नेताओं को वित्तीय और राजनीतिक सहयोग का भरोसा देने के लिए यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एशटन कीएफ़ पहुँच गई हैं.
एशटन राजधानी कीएफ़ के प्रदर्शन स्थल आज़ादी चौक पहुँची. उन्होंने अंतरिम राष्ट्रपति ओलेक्सेंडर टर्चयोनोफ़ से मुलाक़ात भी की.
यूक्रेन पर दीवालिया होने का ख़तरा मँडरा रहा है साथ ही रूस की ओर से मिलने वाली वित्तीय मदद को लेकर भी संशय पैदा हो गया है.
सोमवार को फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फ़ोन करके यूक्रेन में शांतिपूर्वक परिवर्तन का आग्रह किया.
ओलांद के दफ़्तर की ओर ज़ारी बयान में कहा गया कि उन्होंने यूक्रेन की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को बरक़रार रखे जाने पर भी ज़ोर दिया.
हाल के दिनों में अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जर्मनी की चासंलर एंगेला मर्केल ने भी राष्ट्रपति पुतिन को ऐसे ही संदेश भेजे हैं.
सोमवार को अमरीका ने कहा कि वह यूक्रेन को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से मिलने वाले कर्ज़ के अतिरिक्त कर्ज़ देने के लिए तैयार हैं.
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