तस्वीर में नज़र आ रही मादा गैंडा ने नेपाल के चितवन नेशनल पार्क से भारत के बगाह गांव तक 42 किलोमीटर का सफ़र बाढ़ के पानी में तय किया।
उसे बचाने के लिए नेपाल के 40 अधिकारियों को काम पर लगाया गया था।
पार्क के एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया, ''भारत के वन्य अधिकारियों की मदद से हम ढाई साल की इस मादा गैंडे को पार्क में वापस ले आए हैं।''
पार्क के चार और गैंडों को अभी बाढ़ के पानी से बचाना बाकी है जबकि एक अन्य गैंडा बाढ़ के दौरान मृत पाया गया है।
नेपाल की चितवन घाटी में 600 से अधिक गैंडे अपने प्राकृतिक आवास में रहते हैं, लेकिन बारिश ने उनके आशियाने तहस-नहस कर दिए हैं।
इलाके में कई लोग भी फंस गए थे जिन्हें बाढ़ से निकालने के लिए हाथियों की भी मदद ली गई है।
हाल के हफ्तों में हुई भारी बारिश ने नेपाल, उससे सटे भारत और बांग्लादेश को कुछ हिस्सों में भी भारी नुकसान किया है।
भारत के असम राज्य के मशहूर काज़ीरंगा नेशनल पार्क में भी भारी बारिश और बाढ़ की वजह से कम से कम छह गैंडों के मारे जाने की आशंका है।
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