चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक 66 फ़ीसदी लोगों ने इन चुनावों में मतदान किया है. ये किसी भी चुनाव में 'सबसे ज़्यादा' है.
चुनाव आयोग का कहना है कि इन लोकसभा चुनावों में कुल कितने लोगों ने वोट डाला इस बारे में मंगलवार को अंतिम आंकड़े जारी किए जाएंगे.
आम चुनाव के आख़िरी चरण में सोमवार को तीन राज्यों की 41 सीटों पर वोट डाले गए. इनमें बिहार की छह, उत्तर प्रदेश की 18 और पश्चिम बंगाल की 17 सीटें शामिल हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पश्चिम बंगाल में 79.3 फ़ीसदी मतदान हुआ वहीं बिहार में 58 फ़ीसदी और उत्तर प्रदेश में 55 फ़ीसदी लोगों ने वोट डाले.
सभी की नज़रें उत्तर प्रदेश पर हैं जहां से 80 सांसद चुने जाएंगे.
उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट पर मुकाबला दिलचस्प है जहां भारतीय जनता पार्टी के नेता नरेंद्र मोदी चुनाव मैदान में है. उनका मुक़ाबला आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के अजय राय से है.
50 करोड़ से ज़्यादा वोट
इन चुनावों में भाजपा ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया, जबकि कांग्रेस के प्रचार की कमान पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संभाली थी.
हालांकि कांग्रेस ने राहुल को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया था.
राहुल उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से पार्टी के उम्मीदवार थे जहां उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी की नेता स्मृति ईरानी से हुआ.
7 अप्रैल से शुरू हुए इन चुनावों में 81 करोड़ से ज़्यादा लोगों के नाम मतदाता सूची में थे, जबकि अनुमान है कि 55 करोड़ से ज़्यादा लोगों ने वोट डाले हैं. छठे चरण में सबसे ज़्यादा 121 सीटों पर मतदान हुआ और इसी दिन सबसे ज़्यादा लोगों ने वोट डाले.
16 मई का इंतज़ार
वोटों की गिनती 16 मई की सुबह शुरू होगी और संभावना है कि दोपहर तक स्थिति साफ़ हो जाएगी कि कौन सी पार्टी या गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में है.
लोकसभा के अलावा चार राज्यों, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, सिक्किम की विधानसभाओं के लिए भी चुनाव हुए हैं और इनके नतीजों का ऐलान भी 16 मई को ही होगा.
ओडिशा में नवीन पटनायक का बीजू जनता दल सत्ता में है, जबकि आंध्र प्रदेश के बंटवारे के बाद बने तेलंगाना में पहली बार चुनाव हो रहे हैं.
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