मुंबई (पीटीआई)। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने लगातार छठवीं बार प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले आरबीआई ने 22 मई, 2020 को अपनी मौद्रिक नीति में अंतिम बार बदलाव किया था। एमपीसी ने प्रमुख ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने का निर्णय लिया है। रेपो रेट 4 प्रतिशत पर ही बना हुआ है। इसी तरह रिवर्स रेपो रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है तथा यह 3.35 प्रतिशत पर है। यह वह ब्याज दर है जिस रेट पर बैंक आरबीआई में पैसा रखते हैं।
पहले अनुमानित विकास दर थी 10.5 प्रतिशत
गवर्नर ने कहा कि एमपीसी ने एकमत से ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। सभी चाहते हैं कि महंगाई को देखते हुए अर्थव्यवस्था के सपोर्ट के लिए यह जरूरी है। केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटा कर 9.5 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले यह अनुमान 10.5 प्रतिशत पर था। यह अनुमान कोविड की दूसरी लहर की अर्थव्यवस्था पर मार को देखते हुए लगाया गया है।
लाॅकडाउन से आर्थिक गतिविधियां थीं ठप
पिछले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की गिरावट संबंधी आधिकारिक आंकड़ों के जारी हाेने के बाद पहली बार एमपीसी की बैठक हुई है। अर्थव्यवस्था में यह गिरावट देश भर में लाॅकडाउन की वजह से आई थी क्योंकि खपत बुरी तरह प्रभावित हुई थी तथा आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ गई थी।
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