मुंबई (एएनआई)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को रेपो दर को 50 बेसिस अंकों से बढ़ाकर 4.9 प्रतिशत करने की घोषणा की। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की जानकारी दी। देश में ब्याज दरों की समीक्षा के लिए आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया। दास ने कहा, "एमपीसी ने सर्वसम्मति से नीतिगत रेपो दर को 50 बीपीएस बढ़ाकर 4.90 प्रतिशत करने के लिए मतदान किया।" गवर्नर ने आगे कहा, "नतीजतन, स्थायी जमा सुविधा - एसडीएफ दर - को 4.65 प्रतिशत और एमएसएफ दर और बैंक दर - को 5.15 प्रतिशत तक किया गया है।"

पिछले महीने ही बढ़ाया था रेपो रेट
पिछले महीने, अपनी ऑफ-साइकिल मौद्रिक नीति समीक्षा में केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट को 40 बेसिस अंकों या 0.40 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.4 प्रतिशत कर दिया था। करीब दो साल में पॉलिसी रेपो रेट में यह पहली बढ़ोतरी थी। रेपो दर वह ब्याज दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को अल्पकालिक धन उधार देता है।

महंगाई दर में इजाफा
महंगाई इस साल की शुरुआत से ही आरबीआई के 2-6 फीसदी के टारगेट बैंड से ऊपर रही है। नवीनतम उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भारत की महंगाई दर अप्रैल में आठ साल के उच्च स्तर 7.79 प्रतिशत पर पहुंच गई। जनवरी 2022 से यह 6 फीसदी से ऊपर है। अप्रैल 2022 में महंगाई दर मई 2014 के बाद सबसे अधिक है, जब यह 8.33 प्रतिशत थी।

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